युग करवट संवाददाता
गाजियाबाद। जल भराव को लेकर मेयर आशा शर्मा ने तेवर दिखाए। उन्होंने ठीक से नाला साफ नहीं करने वाली सभी कंपनियों को ब्लैक लिस्ट करने के निर्देश दिए। यह निर्देश मेयर ने नगर आयुक्त को दिए हैं। मगर इस मामले में उन्होंने निगम के अफसरों पर दरियादिली दिखाई है। उन्होंने नगर निगम के उन अधिकारियों और कर्मचारियों पर कोई टिप्पणी नहीं की है, जिनके सुपरविजऩ में ठेकेदार कंपनियों ने ठीक से नाले साफ नहीं किए हैं। दरअसल पिछले दिनों जब शहर में जल भराव हुआ और निगम की किरकिरी हुई, तब भी नगर निगम के अधिकारी चुप्पी साधे रहे। तब भी मेयर आशा शर्मा एक्शन में आई। उन्होंने निगम पहुंंचकर निगम के हेल्थ और निर्माण विभाग के अफसरों की जमकर क्लास लेने का कार्य किया। मेयर ने तब भी माना था कि शहर के नाले ठीक से साफ नहीं हुए हैं।
एक बार फिर मेयर एक्शन के मूड में हैं। मेयर ने इस बार नगर आयुक्त महेंद्र ंिसंह तंवर को पत्र लिखा है जिसमें मेयर ने निर्देश दिए हैं कि शहर में जल भराव का सीधा सा मतलब है कि नालों की सफाई ठीक से नहीं हुई है। ऐसे में नाला सफाई का ठेका पाने वाली सभी कंपनियों को ब्लैक लिस्ट किया जाए। मेयर ने नगर निगम के हेल्थ विभाग के अफसरों पर नरमी बरती। दरअसल जिन कंपनियों को शहर के 64 बड़े नालों की सफाई का ठेका छोड़ा गया था उनके कार्यों का सुपरविजऩ करने का कार्य तो नगर निगम के हेल्थ विभाग के ही अधिकारी कर्मचारी कर रहे थे। इन पर मेयर ने कोई भी कार्रवाई करने के निर्देश नहीं दिए हैं। दरअसल मेयर एक तरह से दोषी नगर निगम के हेल्थ विभाग के अफसरों और दोषी कर्मचारियों को कहीं बचा तो नहीं रही हैंै।