
प्रधान संपादक सलामत मियां
युग करवट का 51 साल का सफ़र
गाज़ियाबाद (उत्तर प्रदेश) की सरजमीन से युग करवट सन 1960 को एक साप्ताहिक के रूप में प्रकाशित हुआ | पहले प्रकाशन से ही युग करवट पाठकों की पहली पसंद बना और जब मीडिया में इतना क्रांतिकारी और आधुनिक दौर भी नही था उस समय भी युग करवट ने अपनी सनसनीखेज और जनहित के मुद्दों पर आधारित पत्रकारिता से क्षेत्र में अपना एक स्थान बनाया | 1960 से शुरू हुए इस युग करवट ने फिर एक करवट ली और 12 अगस्त 2007 को रंगीन प्रष्ठों के साथ दैनिक के रूप में पाठकों के बीच पहुंचा | कम अवधि में ही युग करवट पाठकों की पहली पसंद बना | आज युग करवट दैनिक के रूप में एनसीआर ( राष्टीय राजधानी क्षेत्र ) जिसमें मेरठ, गौतमबुद्धनगर, नोएडा, बुलंदशहर सहित कई जनपद आते हैं अपनी अलग पहचान बनाए हुए है | दिल्ली में कई नामवर पत्रकार युग करवट से जुड़े हैं | राजधानी लखनऊ में युग करवट अपनी एक पहचान के साथ लोंगों के बीच मौजूद है |
युग करवट केवल जनता की ही, आवाज है और यही हमारी शक्ति है |