गाजियाबाद (युग करवट)। इंदिरापुरम कॉलोनी में कई वर्ष पहले हुए प्लॉट आवंटन घोटाले के मामले में जीडीए ने अपनी रिपोर्ट तैयार कर ली है। इस प्रकरण में जीडीए के तत्कालीन सचिव श्याम सिंह यादव फंस सकते है। इंदिरापुरम कॉलोनी में वर्ष 2007 के आसपास यह घोटाला हुआ। पहले इंदिरापुरम कॉलोनी में प्लॉट आवंटन की एक स्कीम निकाली और बाद में स्कीम को निरस्त कर दिया। इसके बाद भी कई प्लॉट का आवंटन इस स्कीम के नाम कर दिया गया। इस मामले में मुजफ्फरनगर के एक व्यक्ति की ओर से शासन में शिकायत की गई थी। शासन ने इस प्रकरण को गंभीरता से लिया और जीडीए वीसी आरके सिंह को जांच कर रिपोर्ट भेजने के निर्देश दिए थे। जीडीए वीसी ने बताया कि इस प्रकरण की जांच लगभग पूरी हो चुकी है, जल्दी ही जांच शासन के पास भेजी जाएगी। प्लॉट के आवंटन के इस मामले में इससे पहले भी कई बार जांच की मांग को लेकर शिकायत की गई थी। पता चला कि मुजफ्फरनगर के रहने वाले व्यक्ति की ओर से जो शिकायत की गई है, वह सटीक मानी जा रही है। इस जांच में आखिर क्या पाया गया, इसका खुलासा नहीं किया गया है। मगर जिस तरह से जीडीए की ओर से इस दौरान के आवंटित 8 प्लॉट के आवंटन को कैंसल करने की कोशिश की जा रही है उससे लग रहा है कि मामला गंभीर है। जांच में जीडीए के कुछ तत्कालीन अधिकारी फंस सकते हैं।