गाजियाबाद (युग करवट)। होली में महज एक सप्ताह का समय बाकी रह गया है। ऐसे में होलिका दहन की तैयारी हर गली-मौहल्ले और सोसायटी में शुरू हो गई है। होलिका दहन में बड़ी संख्या में गोबर के साथ-साथ लोग लकडिय़ां भी जलाते हैं, लेकिन लोग बाजार से लकड़ी खरीदने के बजाए हरे-भरे पेड़ों की लकडिय़ों को काट कर ले जा रहे हैं। कई जगहों पर इस तरह के नजारे दिख रहे हैं जहां बच्चों से लेकर बड़े भी इन हरे पेड़ों की बड़े पैमाने पर कटाई कर रहे हैं। कोई पेड़ की डाली, तो कोई आधा पेड़ ही काट कर ले जा रहा है। इन हरे-भरे पेड़ों को काटने से रोकने के लिए अभी तक कोई व्यवस्था भी नहीं की गई है जिसकी वजह से लोग खुलेआम रिक्शा आदि में हरे-भरे पेडों को काटकर होलिका दहन के लिए ले जा रहे हैं। बता दें कि जिले में दो हजार से अधिक स्थानों पर होलिका दहन किया जाता है। ऐसे में बड़े पैमाने पर लकडिय़ों का इस्तेमाल किया जाता है। अगर इसे नहीं रोका गया तो दहन के नाम पर जिले में हजारों की संख्या में हरे पेड़ों को काट दिया जाएगा।