गाजियाबाद (युग करवट)। हिंडन नदी के उफान पर होने के चलते करहेड़ा में आए पानी में दो किशोरों की डूबने से मौत हो गई है। एनडीआरएफ और पुलिस द्वारा युवकों के शव मिलने की पुष्टिï की गई है। मृतक युवकों में 16 वर्ष का कृष मिश्रा और 18 वर्षीय आर्दश है। बता दें कि मृतक युवकों के परिजनों ने कल शाम से किशोरों के लापता होने की सूचना दी थी, आज सुबह जिला प्रशासन और एनडीआरएफ की टीमों ने करहेड़ा में किशोरों की तलाश में काम्बिंग शुरू की। घंटों की मशक्कत के बाद दोनों बच्चों के शव करहेड़ा में ही एक स्थान पर पानी में फंसे मिले। एडिशनल कमिश्नर दिनेश पी ने भी दो युवकों के शव मिलने की पुष्टिï की है। एडिशनल कमिश्नर ने बताया कि किशोरों की तलाश में अभियान चलाया गया था, दोनों किशोरों के शव बरामद किए गए हैं। वहीं किशोरों के शव मिलने से परिजनों में हडक़म्प मच गया। हिंडन नदी लगातार उफान पर होने के कारण करहेड़ा गांव और उसके आसपास की बस्तियां जलमग्न हो गई हैं।
जिला प्रशासन, एनडीआरएफ की सहायता से लगातार लोगों को वहां से निकाल कर सुरक्षित स्थान पर पहुंचा रही हैं। क्षेत्र में पानी बढऩे के कारण हजारों लोग अपना घरबार छोडक़र रिश्तेदारी या फिर राहत कैंपों में शरण लिए हुए हैं। लोगों को क्षेत्र से लगातार पलायन जारी है। प्रशासन की टीमें करहेड़ा और अटोर में ही डेरा डाले हुए हैं और लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा रही हैं।
करहेड़ा क्षेत्र में लगातार पानी बढ़ रहा है। इसकी वजह से राहत कार्यो में जहां दिक्कतें आ रही हैं वहीं पानी का फैलाव अधिक होने से लोगों को अपने घरों को छोडऩा पड रहा है। करहेड़ा में कई-कई फुट पानी भर गया है। कुछ लोग निचले फ्लोर को छोडक़र दूसरी मंजिल पर शरण लिए हुए हैं लेकिन उन्हें भी वहां से निकाला जा रहा है। एडीएम वित्त एवं राजस्व विवेक श्रीवास्वत ने बताया कि करहेड़ा में लगातार पानी बढ़ रहा है हालंाकि पानी बढऩे का फ्लो बेहद कम हैं लेकिन फिर भी पानी का आना थम नहीं रहा है। वहीं अटौर नंगला में स्थिति जस की तस बनी हुई है। यहां राहत है कि पानी का स्तर नहीं बढ़ रहा है। जो पानी मौजूद है उससे निकालने का प्रयास किया जा रहा है।
हिंडन नदी की जलकुंभी बढ़ा रही मुश्किलें
हिंडन नदी इन दिनों उफान पर है जिसकी वजह से करहेड़ा, अटौर नंगला सहित कई क्षेत्र में पानी में डूबे हुए हैं। हजारों लोग इससे प्रभावित हैं। लेकिन पानी का बढ़ता जल स्तर हिंडन नदी में बड़े पैमाने पर उग आई जलकुंभी भी एक बड़ा कारण बन गई है। इन जलकुंभी की वजह से पानी पूरे फ्लो में आगे की ओर नहीं बढ पा रहा है। पानी के बैक मारने से वह करहैडा क्षेत्र में फैल गया है। जीडीए द्वारा सिटी फॉरेस्ट पर बने पुल पर जलकुंभी का पहाड बना हुआ है। अगर पुल के इस हिस्से को नहीं काटा गया तो पानी का स्तर करहेड़ा में लगातार बढता रहेगा। इसकी वजह से पूरा साहिबाबाद, मेट्रो आदि का परिचालन बाधित हो सकता है।
ने से कई सब स्टेशन ठप, लाखों बेहाल
हिंडन में पानी आने के चलते करहेड़ा सब स्टेशन में चार से छह फुट तक पानी भर गया है इसकी वजह से सब स्टेशन से बिजली सप्लाई अनिश्चित काल के लिए बंद कर दी हैं। इसके बाद एहतियात के तौर पर १३२ केवी कान्हा उपवन व २२० केवी मोरटी बिजली घर में भी पानी आने के बाद उसे बंद कर दिया गया है इसकी वजह से पूरे नदंग्राम क्षेत्र, घूकना सहित राजनगर एक्सटेंशन की कई सोसायटी में बिजली गुल हो गई है। कोयल एन्क्लेव बिजली घर भी बंद कर दिया गया है। जोन-४ के एक्सइन इंजीनियर राजीव कुमार आर्या ने बताया कि जब तक बिजली घरों से पानी पूरी तरह से नहीं निकल जाएगा तब तक इनसे जुड़े क्षेत्रों में सप्लाई बहाल नहीं की जाएगी। लोगों को इस सम्बंध में सूचना जारी कर दी गई है।
एनडीआरएफ टीम के साथ नगर आयुक्त ने किया बाढग़्रस्त एरिया का दौरा
गाजियाबाद (युग करवट)। आज सुबह दिन निकलते ही नगर आयुक्त नितिन गौड़ ने बाढ़ ग्रस्त एरिया का दौरा किया। एलडीआरएफ के अधिकारियों के साथ मिलकर रेस्क्यू व्हीकल के जरिए नगर आयुक्त ने कई गांवों में दौरा किया। देखा की कहीं ऐसा तो नहीं है कि किसी मकान आदि में काई व्यक्ति फंसा हो और उसको रेस्क्यू नहीं किया गया हो। नगर आयुक्त बाढ़ के बचाव और लोगों को खाने पीने के लिए चल रहे अभियान पर नजर रखे हुए है। बाद में नगर आयुक्त ने सिटी फॉरेस्ट एरिया का भी जायजा लिया। यहां सिटी फॉरेस्ट एरिया में करहेडा की ओर से ट्रेकर और एनडीआरएफ के रेस्क्यू वाहन के जरिए नगर आयुक्त ने निरीक्षण किया। इस दौरान नगरआयुक्त ने करहेड़ा स्कूल में भी व्यवस्थाओं का जायजा लिया।
जहां प्रभावित लोगों को यहां रखा गया है। उनके खाने, और पानी की व्यवस्था की जा रही है। रेस्क्यू टीम के साथ नगर आयुक्त सोमवार की सुबह एनडीआरएफ की टीम के साथ कान्हा उपवन स्थित गौशाला पहुंचे। यहां उन्होंने पशु चिकित्सा कल्याण अधिकारी, मुख्य चिकित्सा अधिकारी, तथा नगर निगम के पशु कल्याण विभाग में तैनात अनुज सिंह आदि को निर्देश दिए कि जहां भी गौशाला में गौवंश बाढ़ से प्रभावित है उन्हें ऊंचे स्थान पर ले जाने की व्यवस्था की जाए। इस दौरान नगर आयुक्त के साथ अपर नगर आयुक्त अरूण कुमार यादव, मुख्य अभियंता एनके चौधरी, जीएम जलकल, आदि मौजूद रहे।
एनडीआरएफ जवानों ने रेस्क्यू कर बचाया सैंकड़ों को
करहेड़ा क्षेत्र में पानी आने के बाद से एनडीआरएफ की आठवीं बटालियन की कई टीमें लगातार क्षेत्र में रेसक्यू ऑपरेशन चला रही हैं। अब तक एनडीआरएफ ने हजारों लोगों को प्रभावित क्षेत्रों से निकाल कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है। लोगों को ही नहीं जानवरों को भी प्रभावित क्षेत्रों से निकाला जा रहा है। अटौर नंगला में भी एनडीआरएफ की टीमें तैनात हैं। वहीं तीन टीमों को अलर्ट मोड पर रखा गया है। ताकि जरूरत पडऩे पर तत्काल उन्हें तैनात किया जा सके। एनडीआरएफ के जवान लगातार क्षेत्र में रेसक्यू ऑपरेशन चला रहे हैं।
करहेड़ा गौशाला में फंसे एक हजार से अधिक गौवंश
गाजियाबाद (युग करवट)। करहेड़ा में श्री कृष्ण गौशाला तक हिंडन का पानी पहुंचने से एक हजार से अधिक गौवंश वहां फंस गए हैं। पानी बढऩे के बाद भी इन पशुओं को वहां से शिफ्ट करने की कोई प्लानिंग नहीं की गई है। मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ.महेश कुमार ने बताया गौशाला के चारो और पानी हैं ऐसी स्थिति में पशुुओं को वहां से निकालना आसान नहीं है। हालंाकि गौशाला के अन्दर पानी अधिक मात्रा में नहीं पहुंचा है। विभाग की एक टीम गौशाला में ही मौजूद है जो पशुओं की जांच पड़ताल कर रही है। अधिकारिक दावा अगर सही माने तो कभी भी गौशाला तक पहुंच सकता है ऐसे में एक हजार से अधिक पशुओं को वहां से कैसे निकाला जाएगा इसका जवाब अधिकारियों के पास भी नहीं है।