घाटों पर हो रही सफाई, पूजा वेदी का निर्माण शुरू
नगर संवाददाता
गाजियाबाद (युग करवट)। नहाय खाय के साथ कल से छठ पूजा पर्व शुरू होने जा रहा है। हजारों की संख्या में छठ व्रती हिंडन घाट सहित अस्थाई घाटों, सोसायटियों में सूर्य को अघ्र्य दिया जाएगा। छठ व्रतियों की सबसे अधिक संख्या हिंडन नदी पर उमड़ती है। जिसे लेकर पूर्वांचल समाज के साथ-साथ जिला प्रशासन, नगर निगम कई दिन पूर्व तैयारियों में जुट जाते हैं। लेकिन इन तैयारियों का कोई खास असर दिखाई नहीं दे रहा है।
हिंडन में पानी तो पर्याप्त मात्रा में पहुंच गया है लेकिन नदी जलकुंभी से अटी पड़ी है। पानी भी अभी काफी गंदा है। नदी में अभी तक सफाई न होने के कारण पूर्वांचल समाज के लोगों में नाराजगी दिख रही है। हालांकि पूजा वेदी, घाटों की साफ-सफाई का काम युद्घस्तर पर चल रहा है। लेकिन मुख्य कार्य अघ्र्य देने का है जिसमें व्रतियों को गंदे जल में ही खड़े होने का मजबूर होना पड़ेगा। हालांकि दावा किया जा रहा है कि अघ्र्य देने से पूर्व नदी की सफाई करा दी जाएगी। १९ नवंबर को अस्ताचल सूर्य को अघ्र्य दिया जाएगा। तो वहीं २० नवंबर को उगते सूर्य को अघ्र्य दिया जाएगा। घाटों की मरम्मत कर उनका रंग रोगन भी किया जा रहा है। शिविर लगाए जा चुके हैं। इसमें खोया-पाया, हेल्प डेस्क, कंट्रोल रूम, अधिकारियों के बैठने के लिए शिविर लगाए जा रहे हैं।
आस्था के साथ देशभक्ति भी
छठ व्रत के लिए हिंडन नदी पर व्रतियों के लिए उनके परिजन पूजा वेदी तैयार कर रहे हैं। बडी संख्या में पूजा वेदी तैयार की जा रही है। इस बार छठ पूजा पर आस्था के साथ-साथ देशभक्ति का जज्बा भी लोगों में दिखाई दे रहा है। बडी संख्या में पूजा वेदियों को तिरंगे रंग में रंगा गया है। हिंडन घाट पर तिरंगे रंग में रंगी पूजा वेदी का अलग ही नजारा दिख रहा है जैसे कोई देशभक्ति का पर्व मनाया जा रहा है। इसके अलावा भी विभिन्न रंगों से इन पूजा वेदियों को सजाया जा रहा है। आस्था के इस पर्व में लोग देशभक्ति का भी प्रदर्शन कर रहे हैं।
नहाय खाय के साथ कल से शुरू होगा छठ पूजा पर्व
नगर संवाददाता
गाजियाबाद (युग करवट)। भगवान भास्कर की उपासना का पर्व कल नहाय खाय के साथ शुरू होने जा रहा है। चार दिन चलने वाले छठ पर्व का समापन उगते सूर्य को अघ्र्य देने के उपरांत होगा।
छठ व्रत कल नहाय खाय के साथ शुरू होगा जिसमें प्रसाद के रूप में सात्विक रूप से कददू-भात तैयार किया जाता है। इस दिन सूर्योदय 06 बजकर 45 मिनट पर होगा। वहीं सूर्यास्त शाम 05 बजकर 27 मिनट पर होगा। दूसरे दिन खरना होगा जिसमें व्रती गुड़ से बनी खीर खाकर ३६ घंटे का निर्जला व्रत शुरू करेंगे। इस दिन का सूर्योदय सुबह 06 बजकर 46 मिनट पर और सूर्यास्त शाम 05 बजकर 26 मिनट पर होगा। छठ पूजा के तीसरे दिन व्रती अपने परिवार के सदस्यों के साथ नदी, सरोवर या तालाब पोखर में जाकर डूबते सूर्य को अघ्र्य देंगे जो १९ नवंबर को होगा।
१९ नवंबर को सूर्यास्त शाम 05 बजकर 26 मिनट पर होगा। तो वहीं २० नंवबर को उगते सूर्य को व्रती अघ्र्य देंगे व पूजा करेंगे, इसी के साथ व्रत सम्पन्न होगा। इस दिन सूर्योदय 06 बजकर 47 मिनट पर होगा।