रोहित शर्मा
गाजियाबाद(युग करवट)। महापौर पद के लिए नामाकन करने के मात्र तीन दिन शेष बचे हुए हैं। कांग्रेस की ओर से महापौर पद के लिए प्रत्याशी कौन होगा यह अभी भी साफ नहीं है? पार्टी में चल रहे नाम शॉर्टलिस्ट होकर सुईं दो नामों पर टिक गई है। पहला नाम कांग्रेस में पूर्व प्रदेश सचिव एवं कार्यवाहक जिलाध्यक्ष रहे कार्तिकेय कौशिक की पत्नी अलका कौशिक का है तो दूसरा पुष्पा रावत का है।
सूत्रों के अनुसार महापौर पद के लिए नाम तीन दिन पूर्व फाइनल हो जाना चाहिए था, लेकिन मामला हां, ना और कन्फ्यूजन में फंस गया है। संभावना जताई जा रही है कि आज रात तक पार्टी हाईकमान महापौर पद पर पार्टी प्रत्याशी का निर्णय ले सकता है। रत्ना नारायण पांडे ने महापौर पद का टिकट मांगने से शुरूआत की और महिला कांग्रेस की जिलाध्यक्ष पूजा मेहता और कमलेश कुमारी एडवोकेट भी मैदान में आ गईं। ऊमा सोनी और सविता गौतम ने भी महापौर पद के टिकट के लिए ताल ठोकी। इसी दौरान मोदीनगर से विधानसभा चुनाव लड़ी नीरज प्रजापति ने भी महापौर पद के टिकट के लिए कांग्रेस से दावेदारी ठोक दी। स्कूल संचालिका पुष्पा रावत ने भी महानगर कार्यालय जाकर महापौर के टिकट के लिए मजबूती के साथ दावेदारी कर दी। पुष्पा रावत राजनगर की निवासी हैं और कांग्रेस का एक गुट उनकी पैरवी के लिए मजबूती के साथ खड़ा है। बताया जा रहा है कि कांग्रेस के कुछ नेता उनके लिए मजबूती के साथ पैरवी में खड़े हुए हैं। मुकाबला अलका कौशिक और पुष्पा रावत के बीच सिमट कर रह गया है।
दिल्ली पहुंचा कई वार्डों में टिकट बंटवारे का मामला
गाजियाबाद। महानगर क्षेत्र में 100 वार्डों में कांग्रेस के टिकट को लेकर स्थिति गंभीर बताई जा रही है। सूत्र बता रहे हैं कि गुरुवार को कांग्रेस के प्रभारी प्रदीप नरवाल और बदरुद्दीन कुरैशी गाजियाबाद में थे। जिलाध्यक्ष एवं महानगर अध्यक्ष को साथ बैठकर टिकट फाइनल करने की कवायद बैठक में सफल नहीं हो पाई। यह मामला कांग्रेस के दिल्ली दरबार तक पहुंच गया है। पार्टी के सूत्रों पर विश्वास किया जाए तो अपनी-अपनी पैरवी को लेकर पार्टी में जोरदार रस्साकशी चल रही है। संभावना है कि आज रात तक पार्षद पदों के टिकट का मामला भी दिल्ली दरबार में फाइनल कर दिया जाएगा।