नगर संवाददाता
गाजियाबाद (युग करवट)। फाल्गुन माह का शिवरात्रि महोत्सव इस बार स्थिर लग्न में मनाया जाएगा। शिवरात्रि का व्रत निशीथ व्यापिनी चतुर्दशी में रखा जाता है। दूधेश्वरनाथ मंदिर के महंत व श्रीपंचदशनाम जूना अखाड़ा के अंतर्राराष्ट्रीय प्रवक्ता महंत नारायण गिरि महाराज ने कहा कि हर जीव शिव है और हम सभी की जीवन यात्रा भी जीव से शिव की ओर है। मंदिर में दो दिवसीय शिवरात्रि महोत्सव धूमधाम से मनाया जाएगा। जलाभिषेक १७ फरवरी शुक्रवार को रात १२ बजे से शुरू होगा जो अगले दिन १८ फरवरी की रात्रि तक जारी रहेगा, शिवरात्रि का व्रत शनिवार को रहेगा। महोत्सव के लिए मंदिर को रंगबिरंगी लाइटों से सजाया। बाबा दूधेश्वर का भव्य श्रंृगार महाकाल के रूप में किया जाएगा। इसमें १०८ प्रकार के व्यंजनों का भोग भी लगाया जाएगा। शुक्रवार रात को भगवान शिव की दिव्य बारात का आयोजन किया जाएगा जिसमें भगवान शिव नंदी बैल पर सवार होकर मंदिर में पहुंचेंगे तथा मां पार्वती रथ पर आएंगी। शिव पार्वती का विवाह के बाद भगवान दूधेश्वर का अभिषेक करेंगे विवाह उपरांत मां पार्वती की पालकी में विदाई की जाएगी। इस अवसर पर श्रद्धालुओं के लिए मन्दिर के सिंहद्वार पर कलाकारों द्वारा भगवान शिव के भजनों का गुणगान किया जाएगा। पंडित शिवशंकर के मुताबिक १८ फरवरी को सुबह सूर्य उदय से रात्रि ८.२२ बजे तक त्रयोदशी तिथि है, लेकिन रात ८:०२ से चतुर्दशी आरंभ हो जाएगी जिसमें भगवान शिव की पूजा, जागरण, रुद्राभिषेक आदि मान्य है। ईशान संहिता में लिखा है कि निशीथ काल में व्याप्त चतुर्दशी में ही ज्योतिर्लिंग का प्रादुर्भाव हुआ था जिस कारण इसे महाशिवरात्रि कहा जाता है।
फाल्गुन कृष्ण त्रयोदशी शनिवार को शाम 5:41 तक उत्तराषाढ़ा नक्षत्र है जिसमें राक्षस योग बनता है। तत्पश्चात शनिवार को शाम को श्रवण नक्षत्र आने पर स्थिर और सिद्धि योग बनेगा। इस योग में शिवरात्रि का व्रत एवं परायण बहुत ही सफलता दायक है। भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए यह व्रत समस्त मनुष्यों के लिए पुण्य फलदायक है। पंडित शिवशंकर ने बताया कि शिवलिंग पर दूध, दही, गंगाजल व पंचाम्रत से अभिषेक करें। धतूरा, बेलपत्र, बेर के फल आदि चढ़ाएं और सत्य का आचरण करें।
गाजियाबाद (युग करवट)। कमिश्नरेट सिस्टम लागू होने के बाद पहली बार आयोजित हो रहे महाशिवरात्रि के पावन पर्व पर किसी भी अप्रिय घटना से निपटने और कांवडिय़ों व शिवभक्तों को पूणर्् सुरक्षा कवच प्रदान करने की कड़ी में पुलिस आयुक्त अजय कुमार मिश्रा के निर्देश पर ऐसी सुरक्षा व्यवस्था बनाई गई है कि आदमी अथवा अराजक तत्व की बात तो छोडिय़े परिंदा भी पर नहीं मार पायेगा। इस सुरक्षा व्यवस्था में कोई चूक ना रह जाये इसको मदï्देनजर रखते हुए आज एडिशनल सीपी दिनेश कुमार पी ने भी अन्य अधिकारियों के साथ दुधेवश्वरनाथ मंदिर की सेफ्टी सिस्टम का जायजा लिया। यह जानकारी देते हुए डीसीपी सिटी जोन निपुण अग्रवाल ने बताया कि इस बार जहां लगभग छह सौ सशस्त्र पुलिसकर्मियों को दुधेश्वरनाथ मंदिर परिसर की सुरक्षा व्यवस्था में तैनात किया जायेगा वहीं डीसीपी स्तर के दो और एसीपी स्तर के चार अधिकारियों के अलावा कई मजिस्ट्रेट की डï्यूटी भी लगाई गई है। श्री अग्रवाल ने बताया कि इसके अलावा १० प्वाइंट पर रूफटॉप डï्यूटी भी लगाई गई हैं।