नगर संवाददाता
गाजियाबाद (युग करवट)। सावन के तीसरे सोमवार को दूधेश्वनाथ मंदिर में शिवभक्तों की खासी भीड़ उमड़ी। तडक़े सुबह से ही शिवभक्तो ंने लाइन में लगना शुरू कर दिया था। सुबह तीन बजे की विधिवत भगवान दूधेश्वर का अभिषेक कर भक्तों के लिए मंदिर के कपाट खोले गए। दूधेश्वर वेद विद्या पीठ के आचार्या व छात्रों ने मंत्रोच्चार के साथ भगवान दूधेश्वर की पूजा अर्चना की और पंचामृत से स्नान कर विशेष श्रंगार किया गया। मंदिर के महंत नारायण गिरी ने सावन के तीसरे और अधिकमास के पहले सोमवार को भगवान दूधेश्वर की १०८ कमल के फूलों व भगवान शिव के १०८ नामों के साथ पूजन किया। महंत नारायण गिरी ने बताया कि सावन मास में भगवान भोले का पूजन करने से भक्तों के कष्टï दूर हो जाते हैं।
भगवान शिव का सावन मास अधिक प्रिय माना जाता है। इसकी वजह से इनदिनों और सावन के सोमवारों को पूजन और व्रत से भगवान की कृपा हमेशा अपने भक्तों पर बनी रहती है। सोमवार पूजन के लिए मंदिर में तडक़े सुबह से लाइन लगने का जो सिलसिला शुरू हुआ है वह दिन भर चलता रहा। भीड़ को देखते हुए वाहनों के लिए मंदिर रोड को बंद कर दिया गया सिर्फ पैदल यात्रियों को ही निकाला गया। जस्सीपुरा मोड से ही महिला व पुरूष भक्तों को अलग-अलग लाइन लगाकर दर्शन कराए जा रहे थे। मंदिर परिसर हर महादेव और बोल बम के जयघोष से गूंजायमान होता रहा।