नगर संवाददाता
गाजियाबाद (युग करवट)। भारतीय किसान यूनियन (किसान शक्ति) ने श्रमिकों की बेटियों के हुए सामूहिक विवाह आयोजन में धांधली का आरोप लगाया है। कार्यकर्ताओं ने इस सम्बंध में जिला प्रशासन के माध्यम से प्रदेश के सीएम के नाम ज्ञापन सौंपा है। यूनियन ने अपने ज्ञापन में आरोप लगाया है कि श्रम विभाग द्वारा १५ और २४ नवंबर २०२२ को सामूहिक विवाह का आयोजन किया गया था, लेकिन इसमें ऐसे जोड़ों का विवाह कराया गया जो श्रमिक हैं ही नहीं।
यूनियन का आरोप है कि फर्जी तरीके से उनकी शादी दिखाकर सरकार से मिलने वाली अनुदान राशि का बंदरबांट कर लिया गया। इतना ही नहीं बड़े पैमाने पर फर्जी आवेदन कराए गए। जिन श्रमिकों की बेटियां हैं भी नहीं, उनके नाम पर बेटियों के फर्जी नाम दर्ज किए गए। इसके अलावा जो जोड़े विवाह स्थल पर मौजूद नहीं थे, उनके नाम पर भी शादी करना दिखाया गया है। यूनियन ने इस धांधली के लिए श्रम विभाग के उपश्रमायुक्त को जिम्मेदारी बताया है। साथ ही शासन से इस मामले की जांच व उपश्रमायुक्त की खातों, चल-अचल सम्पत्ति की जांच की मांग यूनियन ने की है। ज्ञापन देने वालों में गजेन्द्र सिंह, अंकित, राधा, कृष्णा शर्मा, राजेश कुमार, अतुल, बबलू सिंह, जयसिंह, सुरेन्द्र सिंह, देवेन्द्र आदि शामिल रहे।