प्रमुख संवाददाता
गाजियाबाद (युग करवट)। जल्दी ही शहर में स्वच्छ सर्वेक्षण का बिगुल बजने जा रहा है। इसको लेकर इस बार नगर निगम की तैयारी कैसी है इसका अंदाजा भी शहर के लोगों को लगना चाहिए। नगर निगम के हेल्थ विभाग का एक और बड़ा कारनामा सामने आया है। इस नए कारनामा को देख लोग दंग रह जाएंगे। दरअसल नगर निगम ने पहले पूरी जोन से सेकेंडरी कूड़ा उठान का ठेका एक प्राइवेट कंपनी को दिया, मगर यह कंपनी कैसा कार्य कर रही है इसका अंदाजा कमला नेहरूनगर के पास देखकर लगाया जा सकता है।
यहां एक सडक़ कमला नेहरूनगर में विशेष केन्द्रीय विद्यालय के सामने वाली रोड से एक सडक़ सीधे गांव रईसपुर की ओर जा रही है। इस सडक़ पर करीब एक किलोमीटर तक नगर निगम ने कचरा डाल दिया है। इसी के चलते अब मुख्य सडक़ से गांव जाना इस सडक़ से पूरी तरह से बंद हो गया है। नगर निगम जहां कचरा डाल रहा है उसके आसपास एएलटी सेंटर, केन्द्र सरकार की ओर से कई ऑफिस भी बने हुए हैं।
इन सभी ऑफिसों में दुर्गंध से बुरा हाल है। वैसे कई बार इन ऑफिस की ओर से शिकायतें भी दर्ज कराई गई है। उनकी मांग है कि नगर निगम यहां कूड़ा डालना बंद करे। इसके बाद भी नगर निगम संजयनगर और आसपास के एरिया का पूरा कचरा वहीं डाल रहा है। इससे लोग भी परेशान है। नगर आयुक्त डॉ. नितिन गौड़ भी इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं कर रहे है। यह तब है जबकि अगले महीने से शहर में स्वच्छ सर्वेक्षण करने के लिए एक टीम भी आ रही है।