गाजियाबाद (युग करवट)। आज शहर के प्रसिद्घ दूधेश्वरनाथ समेत अन्य तमाम मंदिरों में भक्तों का सैलाब उमड़ पड़ा। चतुर्दशी का जलाभिषेक करने के लिए भक्त रात दस बजे से ही लाइन में लगना शुरू हो गए थे। रात १२ बजे के बाद भगवान दूधेश्वर का श्रंृगार आरती व भोग अपर्ण करने के उपरांत मंदिर के कपाट भक्तों के लिए खोल दिए गए। रात १२ बजे से शुरू हुआ जलाभिषेक का सिलसिला शनिवार तक जारी रहा। रात १२ बजे ही भक्तों की लाइन जिला अस्पताल के गेट तक पहुंच गई। भक्तों की भीड़ का आलम यह था कि उसे नियंत्रित करने के लिए एक साथ तीन लाइन लगानी पड़ीं।
सुबह होते ही मंदिर में भक्तों का सैलाब उमडऩे लगा। आलम यह रहा है कि लाइन घंटाघर तक पहुंच गई। बावजूद इसके लाइन लगातार लम्बी होती गई जिसके चलते पहली बार ठाकुर द्वारा रोड की ओर से भक्तों की लाइन लगाई गई। लगातार भक्त घंटो लाइन में लगकर अपनी बारी का इंतजार करते रहे। धूप और घंटों का इंतजार भी भक्तों के उत्साह को कम नहीं कर पाया। मंदिर के महंत नारायण गिरि महाराज ने बताया कि भगवान भोले अपने भक्तों से सदैव प्रसन्न रहते हैं। भक्ति का आलम यह था कि शिवभक्त लेट-लेट कर जलाभिषेक करने पहुंचे जिसमे बड़ी संख्या में बच्चे और महिलाएं शामिल रहीं।
नगर निगम की ओर से मंदिर में भक्तों के लिए गंगाजल की भी व्यवस्था की गई थी। इस दौरान मंदिर विकास समिति के अध्यक्ष धर्मपाल गर्ग, विजय मित्तल, एसआर सुथार, गिरीशानंद गिरि महाराज आदि मौजूद रहे।