गाजियाबाद (युग करवट)। पूर्व घोषणा के तहत आज से विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के बैनर तले विद्युत कर्मचारियों ने कार्य बहिष्कार कर हडताल शुरू कर दी है। राजनगर स्थित पावर कॉरपोरेशन के मुख्यालय पर विभाग के सभी जूनियर इंजीनियर, नियमित, संविदा आदि इस हडताल में शामिल है इसकी वजह से विद्युत विभाग में काम ठप हो गया है। आज शाम को सभी डिस्कॉम मुख्यालय में मशाल जुलूस निकाला जाएगा। विद्युत कर्मी तीन दिसंबर २०२२ को ऊर्जा मंत्री के साथ हुए समझौते के क्रियान्वयन को लेकर हडताल पर हैं। कर्मचारियों का कहना है कि समझौता होने के बाद भी उसे लागू नहीं किया जा रहा है। बडे पैमाने पर ऊर्जा निगमों का निजीकरण किया जा रहा है जो कर्मचारी हित में नहीं है। इतना ही नहीं नई परियोजनाओं को भी निजीकरण के हाथ में दिए जाने की तैयारी है। वर्ष २००० के बाद से सभी पुरानी पेंशन व्यवस्था को बंद कर दिया गया है जिससे विद्युत कर्मचारी अपने भविष्य को लेकर परेशान है।
इन मांगों को लेकर ऊर्जा मंत्री के साथ संगठन की वार्ता हुई और समझौता होने के उपरांत आंदोलन स्थगित कर दिया गया था लेकिन इसके बाद भी समझौते की शर्तो को लागू नहीं किया है। कल से विद्युत कर्मचारी ७२ घंटे की हडताल पर चले जाएंगे। ऐसे में विभाग का कामकाज भी ठप रहेगा। हालांकि सप्लाई निर्बाध रूप से जारी रहेगी, लेकिन अन्य विभागीय काम नहीं किए जाएंगे। इस दौरान सैंकडो कर्मचारी मौजूद रहे। इस दौरान आलोक त्रिपाठी, राज सिंह, दिलनवाज अहमद, रंजीत शर्मा, उमाकांत शर्मा, नेत्रपाल, बीके शर्मा, अभिमन्यू, केके सोलंकी, वाहिद अली,अरविंद सूर्या, वीके गुप्ता, पंकज भारद्वाज, शेर सिंह त्यागी आदि मौजूद रहे।