नई दिल्ली (युग करवट)। अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के दिन अलग-अलग देशों के 1100 मंदिरों में विशेष उत्सव मनाया जाएगा। इसमें रामभक्तों व सनातन धर्म के अनुयायियों को आमंत्रित किया जाएगा। अक्षत व रज को मंदिर-मंदिर प्रतिष्ठित कर वहां रामोत्सव मनाया जायेगा। इस आयोजन की रूपरेखा भी स्वयंसेवक संघ के हवाले है। अयोध्या में श्रीराम मंदिर निर्माण को अंतिम स्पर्श देने के साथ जनवरी में होने वाले रामलला के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम को भव्य व ऐतिहासिक बनाने की तैयारी जोरों पर है। आयोजन भारत के अलावा विश्व के अलग-अलग देशों में भव्यता के साथ मनाया जाएगा।
दरअसल देश के अलावा विदेश के लगभग 39 देशों में संघ का कार्य है। ऐसे देश जहां रामलीला का मंचन होता है, वहां स्थित मंदिरों में आयोजन को मनाने का लक्ष्य है। देश के ही लगभग पांच लाख मंदिरों में प्राण प्रतिष्ठा आयोजन की धूम होगी। इन मंदिरों में रामायण, सुदंर कांड का पारायण, राम कथा आदि कार्यक्रम करने की योजना है। ये सब स्थानीय लोगों के समन्वयक व सहयोग से संपादित होंगे।
रामभक्तों की प्रत्यक्ष भागीदारी रहेगी।