वरिष्ठ संवाददाता
गाजियाबाद (युग करवट)। लोकसभा चुनाव के मद्देनजर कांग्रेस पार्टी खास रणनीति पर काम कर रही है। पार्टी हाईकमान किसी भी तरह से संगठन पर हावी हो चुकी गुटबाजी को दूर करना चाहती है। कांग्रेस में जल्द ही नाराज होकर घर बैठ गए नेताओं और कार्यकर्ताओं को फिर से पार्टी के साथ जोडऩे के लिए अभियान चलाया जाएगा जिससे पार्टी मजबूती के सााथ लोकसभा चुनाव की ओर बढ़ सके।
काबिलेगौर है कि उत्तर प्रदेश में हुए नगर निकाय चुनाव में बेशक कांग्रेस पार्टी के हाथ निराशा लगी हो, लेकिन पार्टी का वोट प्रतिशत बढ़ा है। उधर, महापौर पद पर मुरादाबाद में हुए मुकाबला भी कांग्रेस का हौंसला बढ़ा रहा है। कर्नाटक में पूर्ण बहुमत की सरकार बनाने के बाद कांग्रेस के हौंसले बुलंद है।
पार्टी भविष्य में होने वाले राज्यों के विधानसभा चुनाव एवं लोकसभा चुनाव में बेहतर परिणाम लाने की रणनीति तैयार कर रही है। दरअसल, कांग्रेस पार्टी के संगठन की सबसे बड़ी कमी गुटबाजी को माना जाता है। कांग्रेस कई धड़ों में विभाजित है और कार्यकर्ता पार्टी को समर्पित होने के बजाए अपने खास नेता के लिए काम करना ज्यादा पसंद करते हैं। यही कारण है कि चुनाव-दर-चुनाव उत्तर प्रदेश में कांग्रेस का ग्राफ लगातार नीचे जाता चला गया। पार्टी के नेता भी अपने विरोधी गुट के लोगों को नीचा दिखाने और उनके पर कतरने में कोई कसर नहीं छोड़ते। वर्तमान में पार्टी समझ चुकी है कि पार्टी में लोगों को तोडक़र नहीं जोडक़र ही हागे बढ़ा जा सकता है। इसके लिए भविष्य में संगठन स्तर पर विशेष अभियान चलाया जा सकता है। पार्टी के नेता उन लोगों की सूची तैयार कर सकते हैं जो कभी खाटी कांग्रेसी और पार्टी की रीढ़ हुआ करते थे और लंबे अरसे से अपने घरों पर बैठ गए हैं। पार्टी ऐसे लोगों को मनाने का काम करेगी जो भविष्य में होने वाले लोकसभा चुनाव में कांग्रेस का परचम बुलंद करने में सक्षम हों। ऐसे करने से आने वाले समय में पार्टी का ग्राफ भी बढ़ेगा ओर लोकसभा चुनाव में पार्टी बुलंद भी होगी।
कांग्रेस छोडक़र जाने वालों की होगी घर वापसी!
गाजियाबाद। कांग्रेस पार्टी से लोगों को जोडऩे की मुहिम में उन लोगों की पार्टी में वापसी संभव हो पाएगी जो पिछले दिनों कांग्रेस छोडक़र चले गए थे। दरअसल, नगर निकाय चुनाव के दौरान कई पूर्व पार्षद पार्टी छोडक़र चले गए थे। उधर, विधानसभा चुनाव के दौरान कई नेताओं ने पार्टी से किराना कर लिया था। इनमें से कुछ नेता एवं कार्यकर्ता कांग्रेस के परंपरा को मानने वाले बताए जाते हैं। पार्टी के सूत्रों के अनुसार इनमें से कुछ नेता कांग्रेस में घर वापसी भी करना चाहते हैं। भविष्य में खास रणनीति के तहत ऐसे नेताओं को कांग्रेस में वापसी कराई जा सकती है जो गत दिनों दूसरी पार्टियों में चले गए थे। इससे जहां एक तरफ कांग्रेस मजबूत होगी, वहीं लोकसभा चुनाव में उतरने वाले प्रत्याशियों को भी ताकत मिलेगी।