वरिष्ठ संवाददाता
गाजियाबाद (युग करवट)। समाजवादी पार्टी के लिए पिछले तीन दिन खासे उठापटक वाले रहे हैं। पूर्व में घोषित महापौर कैंडिडेट नीलम गर्ग का टिकट कटा और उनके स्थान पर बसपा से सपा में आए सिकंदर यादव की पत्नी पूनम यादव को पार्टी का कैंडिडेट घोषित किया गया। नीलम गर्ग का टिकट काटे जाने के अगले ही दिन सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के निर्देश पर स्थानीय संगठन में भी बड़ा फेरबदल देखने को मिला। पुराने समाजवादी नेता राम दुलार यादव के पुत्र एवं साहिबाबाद विधानसभा से चुनाव लड़ चुके एडवोकेट वीरेन्द्र यादव को महानगर संगठन की कमान सौंपी गई। वीरेन्द्र यादव एडवोकेट ने कहा है कि उनका सबसे पहला लक्ष्य समाजवादी पार्टी को गाजियाबाद में मजबूत करना है। इसके लिए पहले दिन से ही काम शुरू कर दिया गया है। फिलहाल संगठन के सामने सबसे बड़ी चुनौती नगर निकाय चुनाव हैं। महानगर अध्यक्ष ने कहा है कि पार्टी ने नीलम गर्ग को बदलकर उनके स्थान पर सिकंदर यादव की पत्नी पूनम यादव को महापौर पद का टिकट दिया है। पूनम यादव को महानगर अध्यक्ष महापौर पद का मजबूत कैंडिडेट मानते हैं। वीरेन्द्र यादव ने कहा है कि समाजवादी पार्टी का पूरा संगठन मजबूती के साथ पार्टी की महापौर कैंडिडेट के साथ डटकर खड़ा होगा।
समाजवादी पार्टी ने बांटे लगभग 50 सिंबल
गाजियाबाद (युग करवट)। देर रात तक समाजवादी पार्टी ने नगर निगम चुनाव के मद्देनजर विभिन्न वार्डों में सपा के टिकट पर चुनाव लडऩे वाले लगभग 50 उम्मीदवरों को पार्टी के सिंबल बांट दिए थे। महानगर अध्यक्ष वीरेन्द्र यादव ने बताया कि रात पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं प्रभारी विकास यादव की मौजूदगी में 50 से अधिक वार्डों में चुनाव लडऩे के लिए मैदान में उतारे गए प्रत्याशियों को सिंबल बांटे गए हैं। महानगर अध्यक्ष ने दावा किया है कि नगर निगम चुनाव में इस बार समाजवादी पार्टी इतिहास रचेगी। पार्टी के सर्वाधिक पार्षद जीतकर नगर निगम के सदन में पहुंचेगे।