नगर संवाददाता
गाजियाबाद (युग करवट)। उत्तर प्रदेश के पिछडा वर्ग कल्याण एवं दिव्यांगजन सशक्तिकरण राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार ने एक प्रेसवार्ता के दौरान अपने विभाग की उपलब्धियां गिनाई हैं। राज्यमंत्री ने कहा कि पहले उनसे सीएम योगी ने सौ दिन से लेकर पांच साल तक का विभाग के कार्यो का रोडमैप मांगा था।
जब हमने सौ दिन का कार्य करके दिखाया जो फिर पांच साल तक के कार्यो पर सीएम ने हरी झंडी दी। इसी कडी में जगतगुरु रामभ्रदाचार्य द्वारा स्थापित चित्रकूट में स्थापित दिव्यांग विवि को यूपी सरकार ने राज्य विवि के रूप में मान्यता प्रदान की है कि अब प्रदेश में दिव्यांगों की उच्च शिक्षा के लिए दो दिव्यांग पुनर्वास विवि हैं। इसके अलावा दिव्यांग दम्पत्तियों की शादी प्रोत्साहन योजना के लिए पहले पंजीकरण कराना अनिवार्य था, जिससे दिव्यांगों को कठिनाईयों का सामना करना पडता था लेकिन अब इस बाध्यता को समाप्त कर दिया गया है और डेढ सौ करोड़ की धनराशि निर्धारित की गई है जिससे इस बार ७५ हजार दिव्यांगों की शादी हो सकेगी। इसके अलावा दिव्यांगों की समस्या निस्तारण के लिए मोबाइल कोर्ट गाजियाबाद, कानपुर, वाराणसी आदि जनपदों में संचालित की जा रही है। इसके अलावा डॉ.शकुंतला विवि में छात्रों की बढती संख्या को देखते हुए ४८ करोड रुपए की लागत से नया महिला छात्रावास का निर्माण किया जा रहा है। इतना ही नहीं विवि के विभिन्न पाठ्यक्रमों के ११२ छात्रों को प्लेसमेंट के माध्यम से कॉरपोरेट कम्पनियों में जॉब दिलाई गई है। स्मार्ट क्लास के जरिए भी छात्रों को उन्नत शिक्षा दिलाई जा रही है। पिछडा वर्ग की स्कारलशिप केे लिए इस बार ४३५ करोड अतिरिक्त बजट की व्यवस्था की गई है। व अन्य कार्यो के लिए १६७ करोड बजट बढाया गया है। पिछड़े वर्ग के गरीब छात्र व छात्राओं के लिये आवासीय सुविधा उपलब्ध कराने के उद्देश्य से वर्ष 2023-24 में ऐसे छात्रावासों के अनुरक्षण हेतु विशेष प्रयास कर 1.25 करोड़ रूपये की बजट व्यवस्था पहली बार करायी गई है। प्रेसवार्ता में भाजपा महानगर कोषाध्यक्ष संजीव गुप्ता, मंत्री प्रतिनिधि सौरभ जायसवाल, समाजसेवी वीके अग्रवाल, प्रदेश मीडिया प्रभारी विशाल कश्यप आदि मौजूद रहे।