प्रमुख अपराध संवादाता
गाजियाबाद (युग करवट)। युग करवट से हुई एक खास मुलाकात में एडिशनल सीपी दिनेश कुमार पी ने कहा कि अगर पुलिस सात बिन्दुओं का अनुसरण गंभीरतापूर्वक करना शुरू कर दें तो न केवल अपराध एवं अपराधियों पर अंकुश लगता दिखाई देगा, बल्कि पुलिस भी बदमाशों पर हावी होती दिखाई देने लगेगी। जब श्री पी से यह पूछा गया कि अपराध पर नियंत्रण और बदमाशों के नाक में नकेल डालने का सबसे सरल और सटीक उपाय क्या है? तो उन्होंने जूनियर क्लॉस के दौरान संस्कृत के इस श्लोक की ओर ध्यान आकृष्टï किया जिसमें बताया गया है कि ‘काग चेष्ठा, वको ध्यानं श्वान निद्रा तथैव च अल्पहारी गृहत्यागी विद्यार्थी पंच लक्षणां।’ दिनेश कुमार पी ने इस श्लोक का उदाहरण देते हुए कहा कि जिस प्रकार एक विधार्थी के पांच गुण उसे शिक्षा के क्षेत्र में उसकी यशकीर्ति को उच्च कोटि के शिखर तक पहुंचा सकते हैं।
ठीक इसी प्रकार अगर पुलिस भी इन सात महत्वपूर्ण बिन्दुओं- कर्तव्यनिष्टïा, निष्पक्षता, पारदर्शिता, गतिशील क्रियाशीलता, सजगता, सतर्कता व राष्टï्र हित/जनहित वाली नीति को अंगिकृत कर ले और भ्रष्टïाचार, निष्क्रियता, लालच, फर्जी खुलासे व नकली अपराधियों को जेल भेजकर झूठी वाह-वाही लूटने की आदत को त्याग दे तो न केवल अपराध और भयमुक्त समाज का निर्माण होता दिखाई देगा, बल्कि पुलिस को बदमाशों को उनके अंजाम तक पहुंचाने में भी देर नहीं लगेगी।
हाईटेक तरीके से घटित होने वाले अपराध एवं अपराधियों की नाक में नकेल कैसे डाली जा सकती है जब इस बाबत अतिरिक्त पुलिस आयुक्त से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि पुलिस को अपराधियों के नेटवर्क को तोडऩे के लिये भौतिक एवं वैज्ञानिक तरीके अपनाकर अपना सूचनातंत्र मजबूत करना होगा। दिनेश कुमार पी ने कहा कि महिला अपराध, बाल अपराध, संगठित अपराध, मादक पदार्थ तस्कर, माफियाओं और डकैती, हत्या, लूट और अपहरण जैसे संगीन अपराधों को कारित करने वाले बदमाशों एवं उनके गिरोहों की कमर तोडऩे के लिये त्वरित एवं ठोस कार्रवाई करने होगी। उन्होंने कहा कि ऐसे पेशेवर अपराधियों पर शिंकजा कसने के लिये उनकी कुंडलियां खंगालना एवं उनकी हर गतिविधि पर पैनी नजर रखना और उनकी भौतिक स्थिति की जानकारी रखना भी बहुत जरूरी है। इसके अलावा उनके खिलाफ हिस्ट्रीशीट, जिला बदर, गुंडा एवं गैंगस्टर एक्ट जैसी निरूद्घात्मक कार्रवाई निरंतर होते रहना भी आवश्यक है।
इसके लिये पुलिस को हर समय पेट्रोलिंग, चेकिंग व नियमित गश्त करनी पड़ेगी। इसके अलावा पुलिस एवं जनता में सही तालमेल और निरंतर संवाद भी अपराध नियंत्रण के लिये आवश्यक है। एक सवाल के उत्तर में दिनेश कुमार पी ने कहा कि महिला/बाल अपराध, हत्या, लूट, रंगदारी मांगने और गुंडागर्दी करके समाज में भय फैलाने वाले बदमाशों पर शिकंजा कसने के साथ-साथ साइबर क्राइम, ठगी, जालसाजी और माफियाओं के आपराधिक तंत्र को तोडऩा ही उनकी प्राथमिकता रही है।