गाजियाबाद (युग करवट)। मुख्यमंत्री के लिए असंसदीय भाषा का इस्तेमाल करने पर महामंडलेश्वर एवं डासना मंदिर के महंत यति नरसिंहानंद गिरि ने क्षमा मांग ली है। लेकिन गाजियाबाद पुलिस कमिश्नरेट की कार्यप्रणाली को लेकर अपनी पीड़ा भी व्यक्त की और अपने समर्थकों को शांति का संदेश भी दिया। दरअसल कल पुलिस ने उनको कलेक्ट्रेट आने से रोक दिया था। इस दौरान उन्होनें पुलिस पर धक्का मुक्की करने का आरोप भी लगाया। बाद में उनका एक वीडियो जारी हुआ जिसमें उन्होंने मुख्यमंत्री को लेकर अससंदीय भाषा का इस्तेमाल किया। फिर उन्होंने घोषणा कर दी कि वह आज सुबह वेव सिटी थाने जाकर आत्म समर्पण करेंगे।
आज सुबह उन्होंने एक और वीडियो जारी किया। इसमें उन्होनें कहा कि पुलिस ने उन पर अत्याचार किए। इसलिए क्रोधवश उनके मुंह से कुछ गलत शब्द निकल गए। उनकी मंशा किसी का अपमान करने की नहीं थी। यति कहते हैं कि यदि उनके शब्दों से सीएम को दुख पहुंचा हो तो वह क्षमा कर दें। उन्होनें कहा कि सीएम योगी को किस्मत ने मौका दिया है कि वह हिन्दु समाज, महिलाओं, बच्चियों पर होने वाले अत्याचार को रोकसकते हैं। यदि सीएम केवल पुलिस अधिकारियों की ही सुनते रहे तो हिन्दु अनाथ हो जाएगा। यति ने कहा कि चाहे मेरी हत्या कर दी जाए या जेल भेज दिया जाए लेकिन जिन हिन्दुओं ने आप पर विश्वास किया है उनकी रक्षा कीजिए। नई परिपाटी तय कीजिए जिस तरह यहुदी नेता अपने लोगों के लिए मर मिटते हैं कि आप भी ऐसा ही करें। जब तक जीवित रहुंगा संघर्ष करता रहुंगा। उन्होनें अपने समर्थको से कहा कि उनकी गिरफ्तारी के बाद किसी तरह का धरना, प्रदर्शन, आंदोलन नहीं करें बल्कि शांति से अपने बात लोगों तक पहुंचाते रहें।