प्र्रमुख संवाददाता
गाजियाबाद (युग करवट)। कम्युनिटी सेंटर को लेकर मामला अब जीडीए तक पहुंच गया। मेयर सुनीता दयाल की ओर से इस संबंध में एक पत्र जीडीए को भेजा गया। मेयर ने जीडीए से कहा है कि वर्ष 1995 से लेकर अब तक पूरे शहर में जीडीए ने कितने कम्युनिटी सेंटर बनाए है। इनमें से कितने और कहां बने कम्युनिटी सेंटर को बनाने के बाद जीडीए ने नगर निगम को हैंडओवर किया है। यह पत्र मेयर ने हाल ही में जीडीए वीसी आरके सिंह को लिखा है। इसके पीछे मेयर का मकसद सीधा है। उनका मानना है कि अगर जीडीए यह डिटेल देगा तो इससे पहा चलेगा कि नगर निगम ने ऐसे कितने कम्युनिटी सेंटर शहर में जिन कम्युनिटी सेंटर नगर निगम ने अपने अंडर में नहीं लिया है। इसी तरह का एक पत्र मेयर ने हाल ही में नगर निगम के प्रॉपर्टी विभाग को भी भेजा है। नगर निगम से भी पूछा गया था कि वर्ष 1995 से लेकर अभी तक नगर निगम ने प्रत्येक वार्ड में कितने कम्युनिटी सेंटर बनाए। और उनका रखरखाव कौन कर रहा है। जीडीए द्वारा बनाए गए इनमे कितने कम्युनिटी सेंटर है। कम्युनिटी सेंटर को लेकर हाल ही में नंदग्राम में एक मामला सामने आया था। दरअसल एक कम्युनिटी सेंटर तत्कालीन एमएलसी मंगलसेन कोरी द्वारा दी गई निधि से बनाया गया था। बाद में इस का संचालन एक समिति द्वारा किया जा रहा है। जीडीए का कहना है कि इस कम्युनिटी सेंटर को निगम को हस्तांतरित कर दिया गया। मगर निगम कहता है कि जीडीए ने उन्हें कम्युनिटी सेंटर ट्रांसफर नहीं किया। अब जीडीए से जवाब मिलने से पता चलेगा कि कौन विभाग सच बोल रहा है।