ऐसा हुआ पहली बार
उत्तर प्रदेश में अब तक मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बुलडोजर की चर्चा होती थी। यूपी ही नहीं बल्कि आसपास के राज्यों में भी यूपी के मुख्यमंत्री के बुलडोजर को लेकर चर्चा ही नहीं होती थी बल्कि कई राज्यों में बुलडोजर का इस्तेमाल भी हुआ और योगी आदित्यनाथ को बुलडोजर बाबा के नाम से पुकारा भी जाने लगा। लेकिन गाजियाबाद में कल जो कुछ हुआ वो निगम के इतिहास में पहली बार हुआ। पहले भी अवैध निर्माणों पर बुलडोजर चला करते थे लेकिन उसकी अगवाई सरकारी अमला करता था। कल महापौर श्रीमति सुनीता दयाल की अगवाई में पहली बार बुलडोजर गरजे। इतना ही नहीं सरकारी अफसरों ने मेयर से कहा कि अब आप चली जाएं आगे की कार्रवाई हम कर लेंगे। लेकिन मेयर ने जवाब दिया कि कुर्सी मंगवाओ आखिरी ईंट जब तक नहीं हटेगी मैं नहीं जाऊंगी। कैला भट्टा क्षेत्र मुस्लिम आबादी क्षेत्र माना जाता है। लेकिन मेयर के व्यवहार और उनके कडक़ अंदाज के कारण किसी ने भी कार्रवाई का विरोध भी नहीं किया। चंद पुलिस वालों की मौजूदगी में करोड़ों रुपए की जमीन ही मुक्त नहीं कराई बल्कि जो मलबा निकाला उसको भी हाथोंहाथ बेच दिया गया। इस बीच मेयर ने धार्मिक स्थल को बिल्कुल भी नहीं छूने का आदेश दिया था। उसको लेकर भी उनकी सराहना हुई। साथ ही उन्होंने इस क्षेत्र में एक बारातघर बनाने की भी बात कही। दरअसल पहली बार कोई मेयर खुद अतिक्रमण हटाने को लेकर इतनी गंभीर दिखाई दी। यहां यह भी चर्चा है कि जिस जगह को खाली कराया गया है वो जगह पहले से ही रेलवे विभाग अपनी बताता आया है और बकायदा नोटिस भी क्षेत्र के लोगों को रेलवे ने भेजे हैं। लेकिन इन तमाम बातों के बाद भी मेयर ने उक्त जमीन को निगम की बताते हुए खाली कराया। तीसरी आंख ने देखा कि महापौर सुनीता दयाल निर्वाचित होने के बाद से ही खुद ही हर जगह जा रही हैं और शहर के कोने-कोने में घूम रही हैं। उनके साथ हनुमान की तरह कार्यकारिणी के उपाध्यक्ष एवं वरिष्ठ पार्षद राजीव शर्मा पूरी तरह से लगे रहते हैं। जहां कम जानकारी मेयर को होती है राजीव शर्मा उसको पूरी कर देते हैं। इसलिए मेयर सुनीता दयाल को निगम को समझने में ज्यादा समय नहीं लगा। अब महापौर के बुलडोजर को लेकर खूब चर्चा है लोगों का कहना है कि न जाने कब किस क्षेत्र में मेयर सुनीता दयाल बुलडोजर के साथ आ जाएं। बहरहाल, अब आने वाला समय ही बतायेगा कि ये बुलडोजर कहीं और भी गरजेगा या नहीं क्योंकि आज भी निगम की काफी जमीनों पर अवैध कब्जा है। अब ये कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी या नहीं ये बड़ा सवाल है।
जय हिंद