प्रमुख अपराध संवाददाता
गाजियाबाद (युग करवट)। सिहानी गेट थाने के एसएचओ नरेश शर्मा की टीम ने गत ७ जनवरी को रहस्यमय हालात में लापता हुए ६० वर्षीय अविाहित जगदीश सिंह नामक अधेड़ व्यक्ति के ब्लाइंड मर्डर का खुलासा कर दिया। पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार करके उसकी निशानदेही पर हापुड़ के कपूरपुर गांव के जंगल में दबाई गई जगदीश सिंह की लाश को भी सड़ी गली अवस्था में बरामद कर लिया। जगदीश सिंह की शादी नहीं हुई थी। वह रोजी रोटी कमाने के लिये गुरुग्राम में रहता था। कपूरपुर गांव के ही सोमवीर सिंह व सोनू उर्फ सोहनवीर सिंह से उसकी दोस्ती थी। जब भी वह कपूरपुर आता तो अपने इन्हीं दोस्तों के साथ पार्टी करता था। उसके अविवाहित होने की वजह से सोमवीर सिंह व सोनू उसकी संपत्ति को हड़पने और कुछ समय पूर्व बेचे गये प्लॉट की रकम, जो लाखों में थी, उसे पाने की फिराक में थे।
अपनी इस साजिश को अमलीजामा पहनाते हुए ७ जनवरी को जब जगदीश सिंह अपने गांव पहुंचा तो दोनों ने उसे एक जंगल के पास ले जाकर दारू पिलाई। उसी दौरान प्रॉपर्टी नाम करने और प्लॉट के पैसे देने को लेकर उनके बीच में विवाद हो गया जिसके बाद उन्होंने जगदीश सिंह को ईंट से कुचलकर मौत के घाट उतार दिया। हत्या करने के बाद दोनों हत्यारों ने अधेड़ के शव को वहीं जमीन में दबा दिया। उसके भाई ने सिहानी गेट थाने में पुलिस को यह बताकर १३ जनवरी को गुमशुदगी दर्ज करवा दी कि आखिरी बार जगदीश सिंह को सिहानी गेट थाना क्षेत्र में ही देखा गया था। पुलिस की जांच के दौरान जब यह बात सामने आई कि जगदीश सिंह के खाते से उसके लापता होने के बाद भी ट्रांजक्शन हो रहा है तो पुलिस ने बैंक व उन एटीएम की सीसीटीवी फुटेज निकाली जहां से पैसे निकाले गये थे। फुटेज देखने के बाद दो लोगों सोमवीर सिंह व सोनू सिंह के नाम प्रकाश में आये। उसके बाद पुलिस ने जब सोमवीर सिंह को हिरासत में लेकर गहन पूछताछ की तो उसने कुछ ही देर में जगदीश के ब्लाइंड मर्डर का न केवल खुलासा कर दिया, बल्कि उसकी लाश को भी बरामद करवा दिया।