आरोपियों में 46 पुरुष और 38 महिलाएं, ज्यादातर पूर्वोत्तर राज्यों के
नोएडा (युगकरवट) पुलिस उपायुक्त (जोन प्रथम) हरिश चंदर ने बताया कि थाना फेस-वन पुलिस को बीती रात को सूचना मिली कि ए -18 सेक्टर 6 में एक फर्जी कॉल सेंटर चल रहा है। उक्त कॉल सेंटर को हर्षित चौधरी व योगेश पुजारी मिलकर चला रहे हैं। उन्होंने बताया कि सूचना मिली कि विदेशी नागरिकों से लाखों रुपए प्रतिदिन उक्त कॉल सेंटर के द्वारा ठगी किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि मौके से पुलिस ने जेबियल बेसिल, अंकित वर्मा, दीप उर्फ दीपक एरागी, वेकेंडु, ऋतुराज, आयुष राणा, हेमंत सिंह, फराज खान, अलोपु खिवा, पंकज कुमार, म्यूनक्शी,तौवहतो विशी, अखरो, के एच कविरई, वितोका सुगी, वैखो रेखो, रिगथैग बो, थिली, दावद्वान लूंग, हेम बहादुर, चखो सोल, मास्टर्स बाई की छु, गायरिगाम,थिमनिनल, सैमीनलूल, चखोग, चवाग, पानवांग,संदीप शर्मा, कीमैंतो,अहूं ,विधिबाऊ, न्यूवकासूव, सुखाबी सुमी, पंकी जमीर, टीनो, अचली, शरणों सिमी, क्योंहोटो, कतंलू, सौरभ, होफितो, विवेक, सोफिया, रविक्का ,इलिका, श्रेगयाजोग, प्रमीला, संध्या, हुलवी, जेनिफर गौनमई, येती थुमई, हना ,मथिका, कशोनी, लोलिया, टोली, लिटना शौहे, बैन्नी शिट्री, लिमांसुगला, एमी, रोजमर्रा, सोफिया, क्रिस्टी, जैस्मिन, कैवीकुला, जपौनियाली, मैशिम, विनिकली, इन्माजुंगला,टोनीटोली, फूलोंकाली, टैम्सला, रकोगा, शान,अति लौगकुमर, नामपिंग, एलेन, पौशमनिगले, हाईनेथिंग, वालेगा को गिरफ्तार किया है। उन्होंने बताया कि गैंग के सरगना योगेश पुजारी तथा हर्षित चौधरी मौके से फरार हो गए हैं।
उन्होंने बताया कि पूछताछ के दौरान पुलिस को पता चला है कि ये लोग अमेरिकी नागरिकों को फोन करके उनसे कहते थे कि अपने कानून का उल्लंघन किया है। आपके वाहन या आपका चालान किया जा रहा है। ये लोग अमेरिकी नागरिकों को अपने झांसे में लेकर धोखाधड़ी करके उनसे गिफ्ट कार्ड/ क्रिप्टो करेंसी के माध्यम पैसे ले लेते थे। अगर काल के दौरान बीच में कॉल कट जाती थी, तो फोन को वाई-फाई से कनेक्ट किया जाता था। उन्होंने बताया कि गिरफ्तार बदमाशों ने विदेशी नागरिकों से अरबो रुपए की ठगी करने की बात स्वीकार की है।