गाजियाबाद (युग करवट)। हिंडन एयरबेस पर दो दिवसीय भारत ड्रोन शक्ति कार्यक्रम-२०२३ का शुभारंभ हो गया है। यह कार्यक्रम भारतीय वायुसेना और ड्रोन फेडरेशन ऑफ इंडिया की तरफ से किया जा रहा है। इस कार्यक्रम में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और वायुसेना प्रमुख वीआर चौधरी हिंडन मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे हैं। उनके साथ केंद्रीय राज्य मंत्री सांसद वीके सिंह भी हैं। वहीं, भारत ड्रोन शक्ति कार्यक्रम को देखने के लिए मेक्सिको और अन्य देशों के सैन्य अधिकारी हिंडन एयरफोर्स स्टेशन पहुंचे हैं। हिंडन एयरफोर्स स्टेशन पर आयोजित भारत ड्रोन शक्ति 2023 में रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने ड्रोन की जानकारी भी ली। इस अवसर पर अत्याधुनिक तकनीकी से लैस ड्रोन का हवाई प्रदर्शन किया गया। सर्वेक्षण ड्रोन, कृषि ड्रोन, आग दमन ड्रोन, सामरिक निगरानी ड्रोन, हेवी लिफ्ट लाजिस्टिक्स ड्रोन, लोटरिंग मूनिशन, ड्रोन समूह और काउंटर-ड्रोन ने भी अपना प्रदर्शन किया।
कार्यक्रम में पांच किलो सामान लेकर 120 किलोमीटर की रफ्तार से उडऩे वाले ड्रोन का प्रदर्शन किया गया। भारत में ड्रोन प्रौद्योगिकी क्षेत्र का दोहन करने के लिए भारतीय वायुसेना ने देश की ड्रोन क्षमताओं में अपना विश्वास दिखाते हुए मेहर बाबार स्वार्म ड्रोन प्रतियोगिता शुरू की। हिंडन एयरबेस पर ड्रोन शक्ति का प्रदर्शन किया गया। देशभर की कंपनियों ने अपने हाईटेक ड्रोन का प्रदर्शन किया। इस दौरान किसी ड्रोन ने आसमान में ही संदिग्ध चीज को कैप्चर किया तो किसी ड्रोन ने आतंकियों के डमी ठिकानों पर बम गिराकर उसे नेस्तनाबूद किया। सिर्फ यहीं नहीं, भारत ड्रोन शक्ति शो की शुरुआत में एयरबेस पर सिंबॉलिक तौर पर 2 संदिग्ध आतंकी दिखाई दिए। पहले एक ड्रोन ने उनकी तस्वीर कैप्चर की। जबकि तुरंत वहां पहुंचे दूसरे ड्रोन ने ऑटोमैटिक वैपन से फायरिंग करते हुए उन्हें खदेड़ दिया। इसके अलावा, शो में 50 तरह के ड्रोन का प्रदर्शन हुआ।
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने वायुसेना के पहले सी-२९५ विमान का अनावरण किया करते हुए इसे वायुसेना को सौंपा। यह सेना का ट्रांसपोर्ट विमान है। सी- 295 विमान 480 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से 11 घंटे तक उड़ सकता है। विमान का उपयोग किसी हादसे के पीडि़तों और बीमार लोगों को निकालने के लिए भी किया जा सकता है। सैनिकों और साजो-सामान को तेजी से पहुंचाने के लिए रियर रैंप डोर से लैस है विमान। यह विमान विशेष अभियानों के साथ-साथ आपदा की स्थिति और समुद्री तटीय क्षेत्रों में गश्ती कार्यों को पूरा करने में सक्षम है। सी 295 विमान पैराशूट के सहारे सैनिकों को उतारने और सामान गिराने के लिए काफी उपयोगी हो सकता है। यह विमान शार्ट टेक-आफ और लैंडिंग कर सकता है। लैंडिंग के लिए इसे महज 670 मीटर की लंबाई चाहिए। यह लद्दाख, कश्मीर जैसे पहाड़ी इलाकों में निर्णायक भूमिका अदा कर सकता है। वहीं कार्यक्रम को देखते हुए सुरक्षा को लेकर तीन जोन में क्षेत्र को बांटा गया है। चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल तैनात है। सुबह सात बजे से भारी वाहन हिंडन एयरफोर्स स्टेशन की ओर जाने पर प्रतिबंध लगा दिया गया। कार्यक्रम में शीर्ष सेना के अधिकारियों सहित कारपोरेट्स भी शामिल हुए।