भारतीय जनता पार्टी में गाजियाबाद के अध्यक्ष पद को लेकर खींचतान शुरू हो चुकी है। महानगर अध्यक्ष संजीव शर्मा खुद को रिपीट कराने के भरसक प्रयास में हैं। तो ऐसे भी कई लोग हैं जो अगला अध्यक्ष बनने की दौड़ में हैं। ऐसी इच्छा रखने वाले तो कई लोग हैं मगर प्रमुख नाम यही है। मयंक गोयल, राजेश त्यागी, अजय शर्मा, संजीव गुप्ता, अश्वनी शर्मा, केके शुक्ला, बोबी त्यागी, ऐसे ही नाम हैं। बताते हैं कि संजीव शर्मा के लिए एक लॉबी लग गई है। पद बचाने की चाह रखने वाले लोग हों या पद पाने वाले सभी की नजर 36 एपीजे अब्दुल कलाम रोड़ दिल्ली से आने वाले इशारे पर भी है। हमारी जानकारी कहती है कि जनरल साहब किसी के नुकसान में नहीं रहते। ऐसे हालात में वह सामान्य रहना पसंद करते हैं। सुनने में तो यह भी आया है कि तीनों विधायकों ने आपसी सहमति बना ली है। ये किसी एक नाम पर सहमति बना कर ही अगला कदम उठाएंगे। अभी इतना तय है कि तीस जून के बाद ही अध्यक्ष के पदो पर बदलाव होना है। क्योकि तीस जून तक केन्द्र सरकार के नौ वर्ष पूरे होने पर संगठन एक बड़ा कार्यक्रम घोषित कर चुका है। इसीलिए माना जा रहा है कि तीस जून तक शायद कोई बदलाव ना हो पाए। लेकिन पद पाने की लालसा रखने वाले तो सक्रिय हो ही गए हैं। लखनऊ से लेकर दिल्ली तक भाग दौड़ शुरू हो चुकी है। गोटियों बिठाई जाने लगी हैं। जिसको जिसका आशीर्वाद चाहिए वह वहां पहुंच रहा है। भाजपा में जो भी अध्यक्ष बनेगा उस पर आगामी लोकसभा चुनाव कराने का बड़ा दायित्व होगा। जो लोग नहीं चाहते कि वर्तमान अध्यक्ष रिपीट हों वो नगर निगम चुनाव में टिकट वितरण में धांधली के आरोपों को आगे बढ़ाने लगे हैं। कई वार्डों में मनमर्जी चलाकर गलत लोगों को टिकट देने के आरोप भी आगे किए जा रहे हैं। बहरहाल अगला एक महीना गाजियाबाद भाजपा के लिए महत्वपूर्ण रहने वाला है।