गाजियाबाद (युग करवट)। नए बोर्ड के गठन हुए चार महीने हो गए मगर अभी तक एक भी बोर्ड की बैठक नहीं होने को लेकर विवाद पैदा हो गया। इस मामले में कांग्रेस के पूर्व पार्षद मनोज चौधरी ने ही मेयर द्वारा बोर्ड की बैठक नहीं बुलाने को लेकर सवाल उठाने शुरू कर दिए है। उनका कहना है कि नए बोर्ड का गठन कई महीने पहले हो चुका है। नगर निगम कार्यकारिणी की दो बैठक मेयर सुनीता दयाल करा चुकी है। मगर अभी तक कार्यकारिणी की एक भी बैठक नहीं बुलाई गई है। उन्होंने इसे लोकतांत्रिक व्यवस्था के खिलाफ बताया। उनका कहना है कि जब बोर्ड की बैठक ही बुलाई नहीं जाएगी तो फिर कैसे नए पार्षद अपने वार्ड में विकास कार्य करा पाएंगे। कैसे शहर में विकास की स्पीड बढ़ेगी। इस दौरान उन्होंने अपने पत्र में यह भी कहा कि कार्यकारिणी की बैठक में चालू वित्तीय का बजट पेश किया गया था। उसे भी करीब डेढ़ महीना हो गया। मगर कार्यकारिणी से पास बजट को नगर निगम बोर्ड की बैठक में भी नहीं रखा जा सका है। उन्होंने यह भी सवाल उठाया कि मेयर सुनीता दयाल ने कूड़े के खेल में हुए भ्रष्टाचार को उजागर कर दिया।
मगर क्या मजबूरी है कि जिस कंपनी के खिलाफ मेयर के निदे्र्रश पर एफआईआर दर्ज कराई उसी से ही निगम कार्य ले रहा है।