नगर संवाददाता
गाजियाबाद (युग करवट)। गाजियाबाद निवासी संजय सिंह ने गुहार लगाई है कि डीएनए टेस्ट कराकर उन्हें उनका पैतृक अधिकार दिलाएं। इसको लेकर उन्होंने एक प्रेसवार्ता आयोजित कर बताया कि उनकी मां मूलरूप से गांव सादोपुर गौतमबुद्घनगर की रहने वाली है जिनकी शादी ५३ वर्ष पूर्व आठ मई १९७० को दिल्ली निवासी महेन्द्र सिंह चौधरी के साथ हुई थी। संजय ने बताया कि उनके नाना ने उस समय काफी दहेज भी दिया था। शादी के दो साल बाद मां का गौना हुआ। वर्ष १९७३ में उनका जन्म हुआ, लेकिन उनके जन्म के सवा महीने बाद ही पिता ने दूसरी शादी कर ली। संचय ने बताया कि इसके बाद पिता ने मुझे और मां को घर से निकाल दिया। समाज के लोगों ने समझाने का प्रयास भी किया, लेकिन फिर भी पिता पर कोई असर नहीं हुआ। संजय सिंह ने बताया कि उनके पिता की दूसरी पत्नी का परिवार काफी रसूखदार है, लेकिन फिर भी वह परिस्थितियों का सामना करते हुए अदालत की शरण में गए हैं। संजय सिंह ने कहा कि उन्होंने इस मामले में याचिका दायर की, लेकिन पिता के प्रार्थनापत्र पर उनका मामला खारिज कर दिया गया और सुप्रीम कोर्ट ने भी उनकी याचिका को स्वीकार नहीं किया। संजय सिंह ने न्यायालय से गुहार लगाई है कि उनका और उनके पिता का डीएनए टेस्ट कराया जाए जिससे पूरी सच्चाई सामने आए और उन्हें पैतृक अधिकार मिल सके। इस मौके पर संजय सिंह के अन्य परिजन भी मौजूद रहे।