गाजियाबाद (युग करवट)। ऊर्जा मंत्री से वार्ता विफल रहने के बाद विद्युत कर्मचारी ७२ घंटे की हड़ताल पर हैं। हड़ताल की वजह से जहां विभागों में कामकाज ठप हो गया है वहीं विद्युत व्यवस्था भी चरामरा गई है। शिकायतों के लिए कॉल सेन्टर भी बनाया गया था लेकिन वहां भी फोन न उठने के कारण उपभोक्ता अपनी शिकायत दर्ज नहीं करा पा रहे हैं। जिले में विद्युत व्यवस्था को सुचारू रखने के लिए शासन स्तर से रिटायर्ड अधिकारियों व दूसरे विभागों के अभियंताओं को तैनात किया गया है। बावजूद इसके शहर में बिजली कटौती का सामना लोगों को करना पड रहा है। कई इलाकों में रात से ही बिजली गुल हो गई थी। कंट्रोल रूम में भी फोन नहंी उठाया जा रहा है। व्यवस्था के लिए जिले में पूर्व मुख्य अभियंता एसके गुप्ता को ७२ घंटे के लिए यहां तैनात किया गया है। बावजूद इसके अगर हड़ताल इसी तरह से जारी रही तो व्यवस्था बेपटरी हो सकती है। वहीं राजनगर मुख्यालय पर विद्युत कर्मचारियों ने धरना दिया और कहा कि जब तक उनकी मांग नहीं मानी जाएगी हडताल जारी रहेगी। समिति के सदस्यों ने कहा कि हड़ताल में शामिल सदस्यों की गिरफ्तारी की जा रही है जो सरकार की दमनकारी नीति है। समिति जेल भरो आंदोलन शुरू कर देगी। इस प्रदर्शन में राज सिंह, आलोक त्रिपाठी, अरशद अली, एसएन पटेल, नेत्रपाल सिंह, आरपी सिंह, बीके शर्मा, विशाल कंसल, अभिमन्यू, केके सोलंकी, पंकज भारद्वाज, वाहिद अली, दिलनवाज, अरविंद सूर्या, अरूण नागर, नगीन, विकास, सौरभ राय, अजय राणा, आरसी शर्मा आदि मौजूद रहे।