सपा कार्यकर्ता सहजता से सोशल मीडिया पर रख रहे अपनी बात
गाजियाबाद (युग करवट)। नगर निकाय चुनाव परिणाम आने के बाद समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं के दिलों का दर्द भी झलकने लगा है। पार्टी के कार्यकर्ता सोशल मीडिया पर सपा के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल और वरिष्ठ नेता राजेन्द्र चौधरी से उनके इस्तीफे की मांग करने लगे हैं। कार्यकर्ता समाजवादी पार्टी के हित में इस तरह की मांग उठा रहे हैं। अधिकतर, कार्यकर्ताओं का मानना है कि चुनाव दर चुनाव समाजवादी पार्टी को मिल रही हार के बाद अब प्रदेश में नेतृत्व परिवर्तन होना ही चहिए।
कार्यकर्ता लिखते हैं कि समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल सरल ह्दय के व्यक्ति हैं। नरेश उत्तम पटेल इतने सरल व्यक्ति हैं कि उनके पास गाड़ी भी तब आई जब वे समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष बने। नरेश उत्तम पटेल की ईमानादारी पर किसी को कोई शक नहीं है, वे कुशलता से संगठन चलाने वाले नेता के रूप में भी जाने जाते हैं। समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं का मानना है कि अब समय आ गया है कि नरेश उत्तम पटेल पार्टी में सलाहकार बनकर पार्टी के साथ जुड़े तमाम युवाओं का मार्गदर्शन करें और प्रदेश अध्यक्ष जैसा गंभीर पद किसी और के लिए छोड़ दें। कार्यकर्ता लिखते हैं कि नरेश उत्तम पटेल जैसे नेताओं के हाथ में पार्टी के लाखों युवाओं का भविष्य है। पार्टी के लिए जितना योगदान आपने किया है, उतना ही मान सम्मान अपको पार्टी ने भी दिया है। समय आ गया है कि नरेश उत्तम पटेल को अब आराम करना चाहिए, पार्टी से जुड़े लाखों युवा जिम्मेदारी उठाने को तैयार हैं। समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता वरिष्ठ नेता राजेन्द्र चौधरी के बारे में लिखते हैं कि आप नहीं होते तो शायद एक पीढ़ी समाजवाद को पढ़ तक नहीं पाती। आपके द्वारा संचालित समाजवादी पार्टी बुलेटिन आज लाखों समाजवादी पार्टी से जुड़े लोग पढ़ रहे हैं। आपने जवानी से शुरूआत की और पूरा जीवन समाजवादी पार्टी को समर्पित कर दिया। कार्यकर्ता लिखते हैं कि अब हम युवाओं की जिम्मेदारी है कि आप आराम करें। युवा आगे आकर नई सोल और नई बातें करें। आपकी सादगी इसी बात में झलकती है कि आप पिछले कई वर्षों से उच्च सदन में विधायक रहे हैं, लोग आपको पार्टी के मुख्य प्रवक्ता के रूप में भी जानते हैं। पार्टी कार्यकर्ताओं का मानना है कि दोनों की नेताओं के योगदान को समाजवादी पार्टी में कभी भुलाया नहीं जा सकता। अब समय आ गया है कि आप ही नए लोगों के लिए पार्टी के दरवाजे खोलें और समाजवाद की हवा को गांवों और शहरों में बहने दें।