प्रमुख अपराध संवाददाता
गाजियाबाद (युग करवट)। बसपा की मेयर प्रत्याशी निसारा खान व उनके पति अय्यूब इदरिशी तो शायद यहां सोचकर अभी कुंभकरणी नींद से नहीं जाग रहे कि बसपा का कार्यकर्ता और इस पार्टी के समर्थित वोटर तो उन्हें सोते हुए भी जिता देंगे। पिछले कुछ दिनों से ऐसी चर्चा बसपा कैडर के वोटरों व कार्यकर्ताओं में बड़े जोर शोर से होती दिखाई दे रही है। इस बार बसपा प्रत्याशी का चुनाव प्रचार एवं कार्यकर्ताओं से उनका कॉर्डिनेशन कितना फीका है इसका अंदाजा इस बात से ही लगाया जा सकता है कि आज सवा ग्यारह बजे तक भी उनके निर्वाचन कार्यालय पर प्रत्याशी अथवा उनके समर्थकों या फिर बसपा के पदाधिकारियों की बात तो छोडिय़े मुस्टी का बच्चा भी नहीं था। या यूं भी कहा जा सकता है कि लगभग आधा दिन गुजर जाने पर भी बसपा प्रत्याशी निसारा खान के कार्यालय पर भूतहा सन्नाटा पसरा हुआ था। बसपा कार्यकर्ता यह भी कहते हुए नजर आने लगे हैं कि जबकि मेयर चुनाव के लिये होने वाले मतदान में बस नौ-दस दिन ही रह गये हैं इसके बावजूद बसपा प्रत्याशी और उनके पति आमजनों की बात तो छोडिय़े अपने कार्यकर्ताओं से भी नही मिल रहे हैं।
खुलेआम उड़ाई आचार संहिता की धज्जियां
गाजियाबाद (युग करवट)। पार्षद पद पर चुनाव लड़ रहा एक प्रत्याशी जिस तरह से आदर्श आचार संहिता और कानून व्यवस्था की धज्जियां उड़ा रहा है वार्ड २४ पर पार्षद का चुनाव लड़ रहे बसपा प्रत्याशी ने जहां दर्जनों कार व वाहनों के काफिले के साथ चुनाव प्रचार करके आदर्श आचार संहिता की धज्जियां उड़ा दी वहीं चुनाव प्रचार के दौरान उनके समर्थकों में जमकर जूतम-पैजार भी होती दिखाई दी।