प्रमुख संवाददाता
गाजियाबाद(युग करवट)। वैशाली से मोहननगर तक मेट्रो के विस्तार पर काफी दिनों से जीडीए में मशक्कत चल रही है। इस प्रोजेक्ट पर कई सौ करोड़ रुपया खर्च होने की संभावना है। माना जा रहा है कि जल्दी ही होने वाली जीडीए बोर्ड की बैठक में यह प्रस्ताव पेश किया जा सकता है। अब देखना है कि इस प्रस्ताव पर जीडीए आगे कदम बढ़ाएगा या फिर जीडीए इससे पीछे कदम बढ़ाता है। दरअसल गाजियाबाद सिटी में दो ऐसे रूट हैं जिन पर जीडीए लंबे समय से काम करने पर विचार कर रहा है। इनमें एक प्रोजेक्ट वैशाली से मोहननगर और दूसरा नोएडा सेक्टर-62 से मोहननगर तक है। कई बार इन दोनों ही प्रोजेक्ट के डीपीआर भी तैयार हो चुके हैं, लेकिन इस पर अभी तक यह फैसला नहीं हो पाया कि इनमें से किस प्रोजेक्ट को आगे बढ़ाया जाएगा। वैसे कई बार ऐसा भी हो चुका है कि जीडीए सेक्टर 62 नोएडा से गाजियाबाद के मोहननगर वाले रूट पर बात आगे बढ़ा चुका है। इस पर भी कोई फैसला नहंी हो पाया है। दरअसल जीडीए के सामने एक समस्या पैसे को लेकर भी है। पिछले कई वर्ष से यूपी सरकार की ओर से अवस्थापना निधि का पैसा जीडीए को भी नहीं दिया जा रहा है। इस तरह से इसका भी कई सौ करोड़ रुपये शासन में फंसे हैं। ऐसे में अगर यूपी सरकार किसी प्रोजेक्ट के लिए पैसा देने की हामी भरती है तो शहर में मेट्रो का विस्तार होगा, अगर ऐसा नहंी होता है तो शहर में मेट्रो नहीं मिलेगी।