प्रमुख संवाददाता
गाजियाबाद (युग करवट)। नगर निगम कर्मचारी संघ निगम प्रशासन से मोर्चा खोलने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहा है। मांगे नहीं मानने को लेकर संघ की ओर से हाल ही में कुछ दिन पहले एक ज्ञापन नगर आयुक्त को दिया गया। ज्ञापन में चेतावनी दी गई थी कि अगर 25 तक मांगे नहीं मानी गई तो 26 से कार्य बहिष्कार आंदोलन शुरू कर दिया जाएगा। कल से आंदोलन शुरू होने की जहां संघ के कार्यकर्ता तैयारी में है वहीं संघ के पदाधिकारियों इस मामले को लेकर सिरेंडर की तैयारी में है। नगर निगम संघ के अध्यक्ष रवीन्द्र कुमार का कहना है कि वह नगर आयुक्त को इस मामले में एक और ज्ञापन देंगे।
उनका कहना है कि ज्ञापन में और समय दिया जाएगा। ताकी मांगों पर नगर निगम प्रशासन और विचार कर सके। नगर निगम कर्मचारी संघ और प्रशासन के बीच डीपीसी को लेकर विवाद है। डीपीसी की बैठक समय का मुद्दा संघ के चुनाव में भी छाया रहा। इस मुद्दे पर अपार समर्थन पाने से ही रवीन्द्र कुमार और उनके पैनल को जीत मिली। अब इसी मुद्दे से बहाने बाजी कर संघ पीछे हटता जा रहा है। संघ अपनी बात निगम प्रशासन के सामने ठीक से नहीं रख रहा है।
संघ के एक पदाधिकारी ऐसे है जो केवल अपनी इज्जत की लड़ाई लड़ रहे है। इस रणनीति को अब नगर निगम के बड़ी संख्या में कर्मचारी भी समझ रहे है। यहीं कारण है कि संघ में ही अंदरखाने गुट बाजी बढ़ती जा रही है। इसी गुट बाजी के चलते संघ के कई ऐसे पदाधिकारी है जो नहीं चाहते है कि वह नगर निगम प्रशासन से पंगा ले। दरअसल कई ऐसे पदाधिकारी है तो अपना हित साधने में लगे हुए है। वहीं संघ का एक गुट चाहता है कि ईमानदारी के साथ डीपीसी की लड़ाई लड़ी जाए।