युग करवट ब्यूरो
मेरठ। चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय के नेताजी सुभाष चंद्र बोस प्रेक्षागृह में तीन दिवसीय अखिल भारतीय आयुर्वेद पर्व (महासम्मेलन) आयोजित किया जा रहा है। इस मौके पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आयुर्वेद पूरे विश्व पर छाने के तैयार हैं। उन्होंने कहा कि जिस तरह सीसीएसयू ने नैक में च्एज् प्लस प्लस ग्रेड लेकर पूरे विश्व में नाम रोशन किया है, उसी तरह आयुर्वेद विश्वविद्यालय भी मेहनत करें और उपलब्धि हासिल करें।
सीएम ने आगे कहा कि चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय में आयोजित अखिल भारतीय आयुर्वेद महासम्मेलन एवं प्रादेशिक आयुर्वेद सम्मेलन उत्तर प्रदेश यानी आयुर्वेद महाकुंभ चिकित्सा के क्षेत्र में मील का पत्थर साबित होगा। एक एमबीबीएस डॉक्टर को हॉस्पिटल चलाना मुश्किल होता है, लेकिन बीएमएस डॉक्टर आसानी से अपना क्लीनिक चला सकता है। वहीं आयुष मंत्रालय में सचिव व पद्मश्री वैद्य राजेश कोटेजा ने सभी का धन्यवाद किया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में आयुर्वेद आगे बढ़ रहा है। इसके बाद सीएम योगी आदित्यनाथ ने सभी का अभिवादन किया। इससे पहले सम्मेलन में भाग लेने के लिए उपराष्टï्रपति जगदीप धनखड़ की अगवानी के लिए राज्यपाल व मुख्यमंत्री चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय के खेल परिसर पहुंचे। मुख्यमंत्री और राज्यपाल का हेलीकॉप्टर जैसे ही पुलिस लाइन में उतरा तो वकीलों ने मुख्यमंत्री से मिलने की कोशिश की, लेकिन पुलिस की कड़ी सुरक्षा के चलते उन्हें नहीं मिलने दिया। पुलिस लाइन में मुख्यमंत्री सिर्फ पांच मिनट रुके और सीधे सीसीएसयू के लिए निकल गए। बता दें कि तीन दिन तक चलने वाले इस महाकुंभ में आधुनिक विधा से यह प्रमाणित किया जाएगा कि आयुर्वेद भी जटिल रोगों के उपचार में कारगर है।
राज्यसभा सदस्य डॉ. लक्ष्मीकांत बाजपेयी ने बताया कि करीब पांच हजार साल पूर्व कश्यप संहिता ग्रंथ में स्वर्ण प्राशन संस्कार के बारे में उल्लेख किया गया था। कोरोना काल में भी इम्युनिटी बढ़ाने में इसका उपयोग किया गया, मेरठ के आनंद अस्पताल में इसका उपयोग किया गया था। उन्होंने कहा कि पीजीआई लखनऊ और किंग जार्ज मेडिकल कालेज लखनऊ भी गोरखपुर के कुपोषित बच्चों के उपचार के दौरान इसका सफल परीक्षण कर चुके हैं।