गाजियाबाद (युग करवट)। पार्षद अजय शर्मा ने नगर निगम अधिकारियों पर टेंडर में गडबडी करने का आरोप लगाया है। एक प्रेसवार्ता में अजय शर्मा ने कहा कि निगम अधिकारियों ने नियमों को ताक पर रखते हुए अपने चहेते ठेकेदारों को टेंडर जारी कर दिए हैं जिससे निगम को काफी आर्थिक नुकसान हुआ है। निगम ने हाल ही में ३७ विकास कार्यो को लेकर टेंडर छोडे हैं जो करीब १५ करोड की लागत से होने हैं। पार्षद का आरोप है कि निगम अधिकारियों ने अपने चहेते ठेकेदारो की टेंडर में कमियों को दरकिनार कर दिया और अन्य ठेकेदारों के टेंडर महज छोटी-छोटी कमियों के कारण निरस्त कर दिए। पांच कम्पनियों को काम का ठेका दिया गया है। अजय शर्मा ने बताया कि बरेली की सुनील गर्ग की कम्पनी का अनुभव हॉट मिक्स के काम था, लेकिन निगम ने उसे आरएनजी के कार्य का ठेका दिया साथ ही कम्पनी का शपथ पत्र भी टेंडर के साथ नहीं लगाया गया। इस ठेकेदार को पांच करोड ३९ लाख का टेंडर दिया गया है। एक दूसरे मामले में पांच पैसे बिलो रेट पर ठेका दिया गया जबकि अन्य टेंडरों को निरस्त कर दिया गया जिसमें बिलो रेट दो रुपए ९९ पैसे तक पहुंच सकता था लेकिन निगम अधिकारियों ने ऐसे टेंडरों को पहले ही बाहर कर दिया।
अजय शर्मा ने कहा कि निगम अधिकारियों की इस मिलीभगत के चलते निगम को करोडों रुपए का अर्थिक नुकसान हुआ है। वहीं पार्षद के इन आरोपों को ठेकेदार कुणाल, त्यागी, सचिन त्यागी ने भी समर्थन दिया है। इस दौरान भारत भी मौजूद रहे।