किसानों का आंदोलन
किसानों की कोई भी समस्या रही हो हमेशा देश के रक्षामंत्री राजनाथ सिंह गंभीर दिखाई दिये हैं। चाहे वो मुख्यमंत्री रहे हों या कृषि मंत्री रहे हों हमेशा किसानों को लेकर वो बहुत ही बेबाक रहे हैं। कल कुछ इसी तरह का नजारा नोएडा में देखने को मिला। रक्षामंत्री के बेटे और नोएडा से भाजपा विधायक पंकज सिंह के तेवर देखकर भी अधिकारी घबरा गये। तीसरी आंख ने देखा कि पंकज सिंह ने किसानों से माइक लेकर जिस तरह गुस्सा दिखाया उसको देखकर पूरे आंदोलन में सन्नाटा छा गया। किसानों ने कल अपनी समस्याओं को लेकर नोएडा विधायक पंकज सिंह का आवास घेरा था। आवास घेरने की सूचना मिलने के बाद पंकज सिंह तत्काल अपने आवास पहुंचे और किसानों के बीच सीधे चले गये। उन्होंने किसानों से माइक लिया। पहले किसान उनको माइक नहीं दे रहे थे, किसानों को लग रहा होगा कि शायद कोई राजनीतिक आश्वासन दिया जायेगा। लेकिन जब पंकज सिंह ने माइक लिया और जो अपना कडक़ अंदाज दिखाया तो सारे किसान उनके फैन हो गये। तीसरी आंख ने देखा कि हमेशा खामोश स्वभाव के पंकज सिंह का पारा एक दम हाई हो गया। उन्होंने अफसरों को माइक से ही लताड़ लगाई। वरिष्ठ आईएएस मनोज सिंह को लेकर उन्होंने सार्वजनिक तौर पर गुस्सा दिखाया। इतना ही नहीं पंकज सिंह ने किसानों से कहा कि आप मानिये आज के धरने का नेतृत्व मेरे द्वारा ही किया जा रहा है। ये बहुत बड़ी बात थी। पंकज सिंह यहां भी नहीं रूके और उन्होंने अफसरों से कहा कि किसानों की समस्याओं का तत्काल समाधान करें वरना मैं खुद धरने पर बैठूंगा। सत्तारूढ़ दल के विधायक का इतना कहना वास्तव में बहुत बड़ी बात है। अमूमन अब तक देखा गया कि विधायक या सांसद पहले तो किसी आंदोलन में आते ही नहीं और अगर आते भी हैं तो वही घिसी-पिटी बातें, हम बात करेंगे, हमें समय दें, पांच लोग मेरे पास आ जाएये, मैं अफसरों से बात करूंगा और न जाने क्या-क्या, सब ऐसी बातें जिसे मीठी गोली के अलावा कुछ नहीं कहा जा सकता। लेकिन पंकज सिंह ने कल अहसास करा दिया कि वे हमेशा किसानों के साथ खड़े हैं और हर समस्या को वो कितना गंभीरता से लेते हैं। काश हर राजनेता और जनप्रतिनिधि पंकज सिंह जैसा बेबाक हो जाए तो फिर आधी समस्याएं ही अपने आप खत्म हो जायें। क्योंकि इतना खुलकर कोई भी नहीं बोलता है किसी को अपनी कुर्सी की, किसी को सरकार की चिंता रहती है। लेकिन असली जनप्रतिनिधि होने का सबूत कल पंकज सिंह ने दिखाया है। उम्मीद की जानी चाहिए कि कल के तेवरों के बाद किसानों की समस्याओं का जरूर समाधान होगा और अन्य जनप्रतिनिधि भी इसी तरह जनता के बीच रहकर उनकी आवाज बनेंगे।
जय हिंद