गाजियाबाद (युग करवट)। नगर निगम में कुछ अधिकारी ऐसे कार्य करते हैं जिनका अंदाजा लगाना भी मुश्किल है। मामला एक महिला कर्मचारी का है जो सीएलसी के माध्यम से नगर निगम में नौकरी कर रही है, लेकिन यह महिला कर्मचारी वीआईपी से कम नहीं है। इस महिला कर्मचारी को साफ-सफाई का काम आवंटित है, मगर वह वीआईपी अंदाज में ऑफिस आती है। बड़े अधिकारी भी इस महिला कर्मचारी के बचाव में नजर आते हैं। इस महिला कर्मचारी की नियुक्ति जिस कर्मचारी ने कराई थी वह खुद को किसी वीआईपी से कम नहीं समझता था, हालांकि अब वह रिटायर हो चुका है। यह कर्मचारी खुद तो रिटायर हो गए है, लेकिन अब नगर निगम के टैक्स विभाग में तैनात एक अधिकारी इस महिला को सफाई का कार्य नहीं करने देते। जब भी कोई इस महिला से साफ-सफाई का कार्य करने के लिए कहता है तो यह अधिकारी महिला की तरफदारी करने लगते हैं। यहीं वजह है कि विभाग के टॉयलेट तक गंदे पड़े रहते है, लेकिन इस महिला कर्मचारी पर कार्रवाई करने की अधिकारी हिम्मत नहीं जुटा पा रहे हैं।