गाजियाबाद (युग करवट)। बीओटी विभाग और प्राइवेट कंपनी की सांठगांठ का खेल खुलेआम चल रहा है। बिना टेंडर के ही गाजियाबाद सिटी में दो एफओबी बन गए, मगर इस मामले में नगर निगम ने अभी कोई भी एक्शन नहीं लिया है। यह तब है जब निगम बोर्ड की बैठक में यह मसला उठाया जा चुका है। इसके बाद भी नगर निगम का बीओटी विभाग एक्शन के मूंड में नहीं है। वहीं, दूसरी ओर सूत्रों का कहना है कि जिस तरह से हिंडन शमशान घाट के सामने और सिद्घार्थ विहार डीपीएस के सामने एफओबी बनाए गए हैं। इसी तर्ज पर कई कंपनियां भी अब अपने एफओबी बनाकर विज्ञापन से मोटी कमाई करने की कोशिश में हैं। बीओटी विभाग के रिकॉर्ड के मुताबिक वर्ष 2013 में नगर निगम ने शहर में 16 स्थानों पर एफओबी बनाने का अनुबंध कुछ कंपनियों के साथ किया था। इनमें से कुछ कंपनियों ने तो पहले ही अनुबंध होते ही एफओबी बनाने का कार्य पूरा कर लिया था। मगर, कई ऐसी कंपनियां हैं जिन्होंने बाद में शहर में एफओबी बनाने का कार्य किया है। हाल ही में करीब चार वर्ष पहले हापुड़ चुंगी के पास एफओबी बनाया गया। अब श्मशान घाट हिंडन नदी के किनारे जीटी रोड पर एफओबी बनाया गया। इसी तरह से सिद्घार्थ विहार के सामने भी एफओबी बना दिया गया। बीओटी विभाग के एक अधिकारी ने माना कि अब एफओबी बनाए गए हैं।