लखनऊ (युग करवट)। निकाय चुनाव में समाजवादी पार्टी और राष्ट्रीय लोकदल गठबंधन में दरार देखने को मिली है। रालोद और सपा कई सीटों पर आमने सामने आ गए। कई सीटों पर दोनों पार्टियों ने उम्मीदवार उतार दिए हैं। हालांकि समाजवादी पार्टी ने ट्वीट कर बागपत और बड़ौत में रालोद उम्मीदवारों को ही समर्थन देने की घोषणा कर दी है। सपा ने कहा है कि दोनों जिलों में रालोद उम्मीदवार ही चुनाव लड़ेंगे। लेकिन अन्य स्थानों को लेकर स्थिति आज स्पष्टï नहीं हो पाई। नगर निकाय चुनाव की रणभूमि में उतरते उतरते सपा रालोद गठबंधन में घमासान शुरू हो गया। कई सीटों पर सपा और रालोद दोनों ने ही अपने उम्मीदवार मैदान में उतार दिए हैं। हैरत की बात यह है इस समय कोई भी पीछे हटने को तैयार नहीं है। उधर, रालोद ने मेरठ नगर निगम में महापौर पद पर अपना प्रत्याशी उतारने का एलान कर दिया है जबकि यहां भी सपा ने अपना उम्मीदवार घोषित कर दिया है। सपा प्रमुख अखिलेश यादव और रालोद अध्यक्ष जयंत चौधरी ने एलान किया गया था कि यह गठबंधन नगर निकाय चुनाव में भी चलेगा।
यहां तक कि चुनाव से पहले रालोद प्रदेश अध्यक्ष रामशीष राय ने बड़ौत में घोषणा कर दी थी कि रालोद निकाय चुनाव अपने दम पर चुनाव लड़ेगा तो इसे लेकर रालोद और सपा दोनों में ही हंगामा मच गया था। रालोद ने तो दिल्ली से इस बाबत सफाई दी और कहा कि प्रत्याशी रालोद और सपा की साझा कमेटी चुनेगी और गठबंधन मिलकर चुनाव लड़ेगा।
बिजनौर नगर पालिका अध्यक्ष के लिए स्वाति वीरा को सपा ने उम्मीदवार घोषित किया है। सपा से नाराज हुई रुखसाना परवीन को यहां से रालोद ने अपना उम्मीदवार घोषित करते हुए पर्चा दाखिल कर दिया। बिजनौर जिले में ही बिजनौर नगर पालिका परिषद समेत अध्यक्ष पद के लिए छह सीटों हल्दौर, नहटौर, नूरपुर, धामपुर, चांदपुर पर यही स्थिति खड़ी हो गई है।
बागपत जिले की नगर पालिका बड़ौत सीट पर बतौर अध्यक्ष प्रत्यशी सपा ने रणधीर प्रधान को उम्मीदवार घोषित कर दिया। यहां दूसरे चरण में चुनाव है और बड़ौत रालोद का गढ़ माना जाता है। इस सीट पर रालोद अपने उम्मीदवार उतारने की तैयारी ही कर रहा था कि सपा ने दांव खेल दिया।
इसी जिले की नगर पालिका खेकड़ा में भी यही हुआ है। यहां के अध्यक्ष पद के लिए रालोद से रजनी धामा को उम्मीदवार घोषित कर दिया है जबकि सपा ने संगीता धामा को उम्मीदवार घोषित दिया। सहारनपुर की नगर पंचायत अंबेहटा पीर पर अध्यक्ष पद के लिए पहले रालोद प्रत्याशी रेशमा ने पर्चा भरा तो अंतिम दिन सपा ने इशरत जहां ने भी नामांकन पत्र दाखिल कर दिया। शामली की कांधला नगर पालिका पर सपा ने नजमुल हसन को तथा रालोद से मिर्जा फैसल बेग को उतार दिया है। दरअसल यह हंगामा पश्चिमी उप्र के ज्यादातर जिलों में हो रहा है। रालोद का वजूद पश्चिमी उप्र में ज्यादा है। यही कारण है कि रालोद उम्मीदवार पश्चिमी उप्र की निकायों में अपने उम्मीदवार घोषित करने की बात कह रहे हैं। रालोद का मानना है कि यहां सपा को अपने उम्मीदवार घोषित नहीं करने चाहिए थे। हालांकि यही सपाई भी कह रहे हैं कि जहां रालोद का जोर है वहीं तो सपा भी लड़ेगी ताकि दोनों को लाभ हो सके। इसी गठबंधन के सहारे रालोद को विधानसभा चुनाव 2022 में पश्चिमी उप्र में आठ सीटें मिलीं थी जो बाद में उपचुनाव होने से नौ में बदल गई थीं। मेरठ में सपा ने अपने विधायक अतुल प्रधान की पत्नी सीमा प्रधान को महापौर पद का प्रत्याशी घोषित कर दिया है पर रालोद ने भी अब यहां से अपना उम्मीदवार उतारने का एलान कर दिया है। रालोद के प्रदेश मीडिया संयोजक सुनील रोहटा के मुताबिक बैठक में यह निर्णय लिया गया है कि मेरठ में भी रालोद उम्मीदवार उतारेगा।
गाजियाबाद में बैठक तक नहीं हुई गठबंधन की
गाजियाबाद (युग करवट)। समाजवादी पार्टी और रालोद दोनों दलों की ओर से गाजियाबाद जनपद में महापौर समेत पार्षद की सभी सीटों पर गठबंधन में चुनाव लडऩे का ऐलान किया गया था। हालांकि, दोनों दलों के नेताओं के बीच एक अदद बैठक तक चुनाव से पूर्व एवं आज तक नहीं हो पाई है। ऐसे में वार्डों में पार्षद उम्मीदवारों को लेकर भी असमंजस बना हुआ है। रालोद और सपा के नेता खुद भी स्थिति को समझ नहीं पा रहे हैं।