मेयर ने अपने स्तर पर ही शुरू की जांच
प्रमुख संवाददाता
गाजियाबाद (युग करवट)। निगम में एक और घोटाला सामने आया है। नगर निगम प्रशासन ने 90 कंप्यूटर ऑपरेटर्स के स्थान पर 102 कर्मच
ारियों को जैम पॉर्टल के माध्यम से नौकरी पर रख लिया। खास यह है कि कंपनी के दस्तावेज फर्जी बताए जा रहे है। प्रकरण की जांच पूरी होने से पहले ही इसकी बिलिंग भी शुरू हो गई। बिलिंग पर मुख्य कर निर्धारण अधिकारी ने अपर नगर आयुक्त से पत्रावली पर हस्ताक्षर भी करा लिए। जबकि इस मामले की शिकायत पहले की मेयर सुनीता दयाल के पास पहुंच चुकी है। सूत्रों का कहना है कि यह जांच मेयर अपने स्तर से करा रही है। जांच पूरी होने का इंतजार किए बिना ही इस कंपनी की बिलिंग कर देने को लेकर अब विवाद पैदा हो गया है।
वहीं आरोप है कि नगर निगम ने जैम पॉर्टल के माध्यम से 102 कर्मचारियों की ली डिलिवरी वाली कंपनी से दस वर्ष का अनुभव मंागा है। मगर आरोप है कि फर्म वर्ष 2019 में ही रजिस्टर्ड है। यानि फर्म के पास मानक के हिसाब से अनुभव नहीं है। इस कथित घोटाले को लेकर अब नगर निगम के अफसर भी टेंशन में आ गए है। वहीं मुख्य कर निर्धारण अधिकारी डॉ0 संजीव सिन्हा का कहना है कि फर्म के दस्तावेजों के फर्जी होने की आशंका की जांच चल रही है।