गाजियाबाद(युग करवट)। नगर निगम के हेल्थ विभाग में सफाई नायकों को बनाने को कमाई का धंधा चल रहा है। निगम एक्ट में प्रावधान है कि एक वार्ड में केवल एक ही सफाई नायक हो सकता है। मगर नगर निगम में सफाई कर्मचारियों को सफाई नायक बनाने का खेल चल रहा है। इसी के चलते ही 100 वार्ड के लिए अभी तक 250 से भी अधिक सफाई नायक बनाए जा चुके है। यह सभी सफाई नायक बनाने का कार्य नगर निगम के हेल्थ अफसर मिथिलेश कुमार की ओर से किया गया है। हेल्थ अफसर ने कैसे इतनी बड़ी संख्या में सफाई नायक बना दिए इसके पीछे भी कमाई का मामला माना जा रहा है। ऐसा नही है कि कमाई के बूते पर ही हेल्थ अफसर अपनी जेब भर रहे है। कई ऐसे पार्षद, कई ऐसे सफाई कर्मी नेता है जो सिफारिश कर सफाई नायक बनवा रहे है।
यहीं कारण है कि गाजियाबाद सिटी का एक भी ऐसा वार्ड नहीं है जहां सफाई नायक की संख्या एक हो। किसी वार्ड में सफाई नायक की संख्या दो है तो किसी वार्ड में सफाई नायकों की संख्या तीन तक है। अब यह मामला भी महापौर तक पहुंच गया है। महापौर सुनीता दयाल का कहना है कि एक वार्ड में कैसे एक से अधिक सफाई नायक तैनात हो सकते है यह एक बड़ा मामला है। इस प्रकरण की जानकारी ली जाएगी।