प्रमुख संवाददाता
गाजियाबाद (युग करवट)। नए नगर आयुक्त विक्रमादित्य मलिक अभी निगम को समझने की कोशिश कर रहे है। वहीं निगम में कई ऐसे अधिकारी है जो टोह ले रहे है। ताकी इनके करीब पहुंचा जा सके। वहीं अधिकारी नजर बनाए हुए है कि नगर आयुक्त पहले किस आदेश पर साइन करते है। दरअसल निवर्तमान नगर आयुक्त डॉ. नितिन गौड़ न कांहू से दोस्ती, न कांहू से बैर पॉलिसी पर चलते थे। मतलब यह है कि वह सभी निगम के अधिकारियों से केवल काम की बात करते थे। अधिकारियों को बेवजह अपने ऑफिस में बैठाने में गुरेज करते थे। इससे पहले नगर आयुक्त महेन्द्र सिंह तंवर का मिजाज दूसरा था। वह अधिकारियों के साथ अधिक मिलते थे। इस व्यवस्था को निवर्तमान नगर आयुक्त गौड़ ने बदल दिया। अब नए नगर आयुक्त विक्रमादित्य मलिक को समझने की कोशिश में अधिकारी लगे हुए है। अधिकारी यह समझने की कोशिश कर रहे है कि नगर आयुक्त मलिक किस मिजाज के अधिकारी है। यहीं कारण है कि उन पर निगम के अधिकारी भी नजर रख रहे है। वह यह भी जानना चाहते है कि मलिक किस प्रकार का पहला क्या आदेश करने जा रहे है। अभी नगर आयुक्त को चार्ज संभाले तीन दिन हुए है। अभी वह व्यस्त है। इस कारण वह निगम प्रशासन के माहौल को समझने में अधिक समय लगा रहे है। अधिकारियों के काम पर भी नजर बनाए हुए है। साथ ही वह काफी व्यस्त भी है। आज बुधवार के दिन ही तीन वीडियो कॉन्फ्रेस में रहे। जो एक बजे तक चली। इस बीच जो थोड़ा समय मिला उस समय में उन्होंने लोगों की समस्याएं सुनी।