लोहियानगर की साबुन फैक्ट्री में हुआ हादसा, कई मकान क्षतिग्रस्त
मेरठ (युग करवट)। लोहिया नगर इलाके में आज सुबह को हुए तेज धमाको से अफरातफरी मच गई। चारो तरफ चीख पुकार और हाहाकार मच गया। दरअसल लोहिया नगर के रिहायशी इलाके में अवैध रूप से चल रही साबुन बनाने की फैक्ट्री में एक बाद एक कई धमाके हुए। जिसमे 4 लोगो की दर्दनाक मौत हो गई और 8 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। सूचना मिलने के फौरन बाद डीएम दीपक मीणा और एसएसपी रोहित सिंह सजवाण मौके पर पहुंचे और उनकी निगरानी में रेस्कयू ऑपरेशन चलाया गया। जबकि अवैध फैक्ट्री की तरफ आने वाले रास्ते को दोनों तरफ से बन्द कर दिया गया था। धमाका इतना जबरदस्त था कि आसपास के मकान भी उसकी जद में आ गए और धमाके की वजह से मकान भी धराशायी हो गए। 30 मिनट के भीतर दो बार बड़े ब्लास्ट हुए जिससे जमीदोज हुई फैक्ट्री से धुंए का गुबार उठ गया। बताया जा रहा है कि शास्त्री नगर सेक्टर 3 के रहने वाले आलोक गुप्ता अवैध रूप से साबुन बनाने की फैक्ट्री को संचालित कर रहे थे जिससे सवाल ये उठ रहे है कि आखिरकार किसकी शह पर अवैध फैक्ट्री संचालित की जा रही थी और आखिरकार बीट पुलिस क्या कर रही थी कहा तो ये जा रहा है कि साबुन को बनाने में इस्तेमाल होने वाले केमिकल्स से विस्फोट हुआ।

लेकिन तबाही के मंजर की तस्वीरे कुछ और ही बयां कर रही है।

पूरे मामले की होगी जांच: तोमर
मेरठ (युग करवट)। वहीं सूचना मिलते ही प्रदेश सरकार के ऊर्जा राज्यमंत्री सोमेन्द्र तोमर भी मौके पर पहंचे और पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों से जानकारी ली। उन्होंने कहा कि पूरे मामले की निष्पक्ष जांच की जाएगी और जो भी दोषी होगा उसको किसी कीमत पर बख्शा नही जाएगा। मंत्री सोमेंद्र तोमर ने कहा कि रिहायशी इलाकों में अवैध गतिविधियों को किसी भी कीमत पर बरदाश्त नही किया जाएगा।
सीएम योगी ने लिया संज्ञान
मेरठ (युग करवट ) ब्लास्ट में चार लोगो की मौत के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ ने संज्ञान लिया और मामले की निष्पक्ष जांच करने और आरोपी फैक्ट्री संचालक के खिलाफ कार्यवाही के आदेश दे दिए है। सीएम के मामला का संज्ञान लेने के बाद आईजी मेरठ रेंज नचिकेता झा भी मौके पर पहुंचे और घटनाक्रम की जानकारी ली।
घटना में है तीन किरदार
मेरठ (युग करवट)। लोहिया नगर में फैक्ट्री में हुए ब्लास्ट में कई सवाल सुलग रहे हैं कि आखिरकार साबुन के स्टॉक में इतना बड़ा विस्फोट कैसे हो सकता है क्योंकि ब्लास्ट इतना जबदस्त है कि देखने मे हालात बिल्कुल गाजा पट्टी के किसी ध्वस्त मकान जैसा लग रहा है। वही इस मामले में तीन किरदार सामने आ रहे है दरअसल ये मकान निजी बैंक में काम करने वाले संजय गुप्ता नाम के व्यक्ति के नाम पर है और उन्होंने आलोक रस्तौगी और गौरव भाटिया को किराए पर दे रखा था। जिसमे गौरव के प्लास्टिक के पार्ट और आलोक के द्वारा साबुन को स्टॉक करने की बात सामने आ रही है। जबकि स्थानीय निवासियों का कहना है कि दिवाली के नज़दीक अवैध रूप से फैक्ट्री के ऊपरी हिस्से पर पटाखों का स्टॉक किया जा रहा था हालांकि डीएम दीपक मीणा पटाखों के भंडारण होने की बात से इनकार कर रहे हैं।