नगर संवाददाता
गाजियाबाद (युग करवट)। डीएम आरके सिंह ने जिले के गैर सहायता मान्यता प्राप्त निजी स्कूलों की बैठक लेते हुए आरटीई के तहत दाखिला न देने वाले स्कूलों पर कड़ी कार्रवाई किए जाने की चेतावनी दी है। डीएम ने शिक्षा विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि जो स्कूल आरटीई के तहत आंवटित छात्रों को दाखिला नहीं दे रहे हैं उनके खिलाफ मान्यता निरस्त की संस्तुति की जाए। बीएसए विनोद कुमार मिश्रा ने बताया कि सीबीएसई बोर्ड मान्यता प्रदान करता है, लेकिन कक्षा एक से आठवीं तक की मान्यता बेसिक शिक्षा विभाग की मान्यता के उपरांत ही सीबीएसई बोर्ड से प्राप्त होती है। ऐसे में अगर कोई स्कूल राइट टू एजुकेशन के तहत दाखिले नहीं देगा तो उसके खिलाफ मान्यता रद्द करने की कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। डीएम ने बैठक में बताया कि आरटीई सेल एडीएम सिटी कार्यालय में संचालित किया जा रहा है, जहां इससे सम्बंधित शिकायतों का निस्तारण किया जाएगा। हर सप्ताह डीएम इस मामले की समीक्षा करेंगे। इस दौरान कुछ स्कूलों ने दाखिला को लेकर अपनी समस्याएं रखीं, जिसका निराकरण कराने के निर्देश दिए हैं। कुछ स्कूलों ने डॉक्यूमेंट्स वेरीफाई करने की बात कही, जिस पर एसीएम निखिल चक्रवती ने निर्देश दिए कि स्कूलों को इसका अधिकार नहीं है। अगर अभिभावकों की आय पर स्कूलों को कोई संशय है तो वह जिला प्रशासन या शिक्षा विभाग को पत्र लिखें। इस पर निर्णय लिया जाएगा और दोषी पाए जाने पर दंड की कार्रवाई की जाएगी। राइट टू एजुकेशन के तहत प्रवेश देने में सराहनीय कार्य करने के लिए छबीलदास पब्लिक स्कूल, दशमेश पब्लिक स्कूल शालीमार गार्डन, इंदिरापुरम पब्लिक स्कूल प्रताप विहार, रोज वैली पब्लिक स्कूल विजयनगर और दिल्ली मार्थोमा पब्लिक स्कूल को सम्मान प्रतीक भेंट कर डीएम ने सम्मानित किया गया। बैठक में एडीएम सिटी गंभीर सिंह, खंड शिक्षा अधिकारी सर्वेश कुमार, जमुना प्रसाद, दीपक कुमार, प्रवीण अग्रवाल, कुसुम सिंह, भूपेश कुमार, हेमेन्द्र सिंह, जिला समन्वयक सुशील कुमार, एसआरजी पूनम शर्मा, एआरपी शरद चंद भारती आदि मौजूद रहे।