आमजन की परेशानियों को लेकर बंद क्यों है नेताओं की जुबान?

गाजिायबाद (युग करवट)। समाजवादी पार्टी में लगभग एक माह पूर्व ऐसी पहल की गई थी, जिसे सराहनीय कहा जाएगा। समाजवादी पार्टी के जिला और महानगर संगठन ने हाईकमान के निर्देश पर पार्टी कार्यालय के दरवाजे आम जनता के लिख खोल दिए थे। निर्णय लिया गया था कि हर दिन जिला और महानगर के पदाधिकारी जनता की समस्याएं सुनने और उनका निदान कराने के लिए पार्टी कार्यालय पर मौजूद रहेंगे। लगभग एक माह बीत जाने के बावजूद भी समाजवादी पार्टी के नेताओं की जुबान से जनता की समस्याओं के बारे में चंद शब्द भी नहीं निकले हैं। …तो ऐसे में क्या यह समझा जाए कि समाजवादी पार्टी ने जनता की समस्याएं सुनने का जो अभियान चलाया था, वो परवान नहीं चढ़ रहा है।
दरअसल, समाजवादी पार्टी कार्यालय पर जिलाध्यक्ष फैसल हुसैन और महानगर अध्यक्ष वीरेन्द्र यादव एडवोकेट की नियुक्त नगर निगम चुनाव के दौरान हुई थी। नियुक्ति होने के तुरंत बाद दोनों अध्यक्ष नगर निगम चुनाव में व्यस्त हो गए थे। हालांकि, दोनों ने नगर निगम चुनाव समाप्त होते ही अपनी कार्यकारिणी घोषित करने में देर नहीं लगाई थी। कार्यकारिणी घोषित किए जाने के बाद से ही समाजवादी पार्टी कार्यालय पर स्वागत सत्कार के कार्यक्रम पूरे जोरशोर के साथ चल रहे हैं। हर कार्यक्रम में पार्टी के पदाधिकारी पूरे जोश के साथ जमा होते हैं और फूल मालाओं और अभिनंदन का दौर चलता है। अब बात जनता से जुड़ाव की करी जाए तो समाजवादी पार्टी में एक माह पूर्व जनता की समस्याएं सुनने के लिए काबिलेतारीफ पहल की थी। इसके लिए बाकायदा कार्यक्रम निर्धारित कर जिला और महानगर के पदाधिकारियों की ड्यूटी पार्टी कार्यालय पर लगाई गई थी। पार्टी के सूत्रों के अनुसार किसकी ड्यूटी किस दिन है, इसके लिए बाकायदा पार्टी के वरिष्ठ पदाधिकारी मैसेज भेजते हैं। सूत्र बता रहे हैं कि इनमें कोई संदेह नहीं कि पार्टी के पदाधिकारी हर रोज कार्यालय पर पहुंचते हैं लेकिन जनता अपनी समस्याएं लेकर समाजवादी पार्टी के नेताओं तक नहीं पहुंच पा रही है। उधर, जनता समाजवादी पार्टी के नेताओं तक अपनी समस्याएं लेकर नहीं पहुंच रही इस बात को पार्टी की कार्यप्रणाली से ही बल मिलता है। पार्टी में स्वागत समारोह को लेकर तो बाकायदा प्रचार-प्रसार किया जाता है। मैसेज पर मैसेज डाले जाते हैं लेकिन समस्याओं को लेकर अभी तक पार्टी के नेताओं ने अपनी जुबान नहीं खोली है। यदि, समस्याएं लेकर लोग सपा नेताओं के पास पहुंचते तो इसका असर भी दिखाई देता। समाजवादी पार्टी के नेता समस्याओं के समाधान के लिए सडक़ों पर जुझते नजर आते।