नोएडा (युग करवट)। दिल्ली-नोएडा डायरेक्ट (डीएनडी फ्लाई-वे) निर्माण के लिए नोएडा प्राधिकरण की ओर से नोएडा टोल ब्रिज कंपनी लिमिटेड (एनटीबीसीएल) को सौंपी गई जमीन में से 330.91 एकड़ जमीन वापस लेने की तैयारी शुरू हो गई है। अवस्थापना विभाग ने पत्र जारी कर वर्क सर्किल एक को निर्देशित किया है कि जमीन वापस लेने के संबंध में अब तक की गई कार्रवाई से अवगत कराया जाए, जिससे आगे की कार्रवाई की जा सके। हालांकि इस प्रकरण की संबंधित फाइल ही नोएडा प्राधिकरण कार्यालय से गायब हो गई है, जिससे वर्क सर्किल एक अधिकारी को इसका जवाब देने और आगे की कार्रवाई को पूरा करने में दिक्कत आ रही है। वर्क सर्किल एक के वरिष्ठ प्रबंधक डोरी लाल वर्मा का कहना है कि फाइल की तलाश जारी है, फाइल कहां पर है, यह पता करने का प्रयास किया जा रहा है।
वर्तमान में जानकारी सर्किल में तैनात किसी कर्मचारी के पास नहीं है। कंपनी को डीएनडी फ्लाई-वे निर्माण के लिए नोएडा प्राधिकरण की ओर से जमीन उपलब्ध कराई गई थी। निर्माण के बाद अवशेष जमीन को वापस लेने के लिए प्राधिकरण की ओर से हवाई सर्वे कराया गया। अवशेष भूमि चिह्नित कर प्राधिकरण को वापस करना सुनिश्चित करने के लिए समिति का गठन हुआ।
तत्कालीन मुख्य अभियंता (सिविल) नोएडा की ओर से 5 अगस्त 2016 और 16 अगस्त 2016 को सर्वे रिपोर्ट तत्कालीन मुख्य कार्यपालक अधिकारी के समक्ष प्रस्तुत की गई। सर्वे रिपोर्ट में गठित टीम के सदस्य अधिशासी अभियंता, हेड वक्र्स खंड आगरा नहर, ओखला, नई दिल्ली द्वारा नामित अधिकारी के अलावा नोएडा टोल ब्रिज कंपनी लिमिटेड, दिल्ली विकास प्राधिकरण, लैंड एंड बिल्डिंग विभाग, दिल्ली द्वारा नामित प्रतिनिधि, मुख्य वास्तुविद नियोजक, नोएडा के हस्ताक्षर नहीं थे। साथ ही सर्वे रिपोर्ट में निर्माण के पश्चात अवशेष भूमि 330.91 एकड़ के खसरा नंबरों को ग्रामवार चिह्नित नहीं किया गया था।