प्रमुख संवाददाता
गाजियाबाद (युग करवट)। जल निगम द्वारा इंदिरापुरम में बनाया गया 56 एमएलडी क्षमता का सीवरट्रीटमेंट प्लांट फुल क्षमता से चल रहा है। ऐसे में ब्रज विहार नाले में अगर और अतिरिक्त पानी आता है तो वह इस प्लांट में शोधित नहीं होगा। इस बारे में जलकल विभाग को भी सूचना दी गई है। हाल ही में इंदिरापुरम विस्तार योजना में जल निगम द्वारा यह नया सीवरट्रीटमेंट प्लांट बनाया गया था। यह प्लांट एनजीटी के आदेश के बाद बनाया गया था। एनजीटी ने ब्रज विहार नाले के आगे चलकर यमुना में जा रहे गंदे पानी को रोकने के लिए इसके लिए अलग से ट्रीटमेंट प्लांट बनाने के लिए कहा था जिसके बाद इस प्लांट को बनाया गया। प्लांट कई वर्ष से चल रहा है। इन प्लांट के बन जाने के बाद इस नाले के पानी को पहले शोधित किया जाता था इसके बाद इसे हिंडन नदी में जाने दिया जाता है। कई वर्ष पहले बने इस प्लांट बनाया गया था। जब इस नाले में पानी का फ्लो कम था। समय के साथ इस नाले मे अब पानी का दबाव बढ़ गया है। इसके साथ ही अब जल निगम द्वारा बनाया गया 56 एमएलडी क्षमता का यह प्लांट अब फुल क्षमता के साथ चल रहा है। इसका मतलब है कि अगर ब्रज विहार नाले में पानी का दबाव बढ़ता है तो इस प्लांट में पानी शोधित नहीं हो पाएगा। इस मामले में जलकल विभाग के अधिशासी अभियंता वाईके यादव का कहना है कि यह तो स्थिति बन गई है, मगर बरसात के दौरान का पानी सीधे यमुना में जा सकता है।