युग करवट ब्यूरो
प्रयागराज। विधायक राजू पाल हत्याकांड के गवाह उमेश पाल की गनर समेत सनसनीखेज तरीके से हत्या की साजिश के तार अहमदाबाद और बरेली जेल से जुड़ रहे हैं। साबरमती जेल से माफिया अतीक अहमद और बरेली जिला कारागार से उसका भाई पूर्व विधायक अशरफ अपने करीबियों और गुर्गों से मोबाइल के जरिए लगातार बात करते रहते हैं। वे ज्यादातर वाट्सएप काल पर बात करते हैं। इसके अलावा प्रयागराज से पारिवारिक लोग और करीबी अक्सर जेल में मिलने भी जाते हैं। ऐसे में पुलिस इस एंगल पर तहकीकात कर रही है कि जेल से पूरा खेल हुआ है। एसटीएफ बरेली और साबरमती जेल जाकर अतीक और उसके भाई अशरफ की शूटआऊट में भूमिका के बारे में छानबीन कर रही है। पुलिस की तमाम सख्ती के बावजूद गुजरात की जेल में अतीक और यूपी की बरेली जेल में अशरफ अपने करीबियों से मिलते-जुलते और फोन पर बात करते रहते हैं। सुलेमसराय में विधायक राजू पाल हत्याकांड के मुख्य गवाह उमेश पाल और गनर संदीप की हत्या के बाद फरार शूटरों की तलाश में एसटीएफ और प्रयागराज पुलिस की 15 टीमें लगातार छापेमारी कर रही हैं। माफिया अतीक अहमद के मुहल्ले चकिया सहित संभावित कई क्षेत्रों में रात भर तलाशी अभियान चला, लेकिन आरोपित शूटर हाथ नहीं लगे। एसटीएफ की टीमों ने अतीक के बेटे असद और पत्नी शाइस्ता को पकडऩे के लिए एक ही समय पर लखनऊ और पश्चिम यूपी के रामपुर, मेरठ, मुरादाबाद समेत अन्य जिलों में रिश्तेदारों के घर छापेमारी की। एसटीएफ के एडीजी अमिताभ यश और एसएसपी भी दो डिप्टी एसपी और इंस्पेक्टरों के साथ प्रयागराज में डटे हैं।