गाजियाबाद (युग करवट)। मधुबन-बापूधाम कॉलोनी में अब जीडीए वीसी आरके सिंह की सख्ती का असर दिखाई देने लगा है। इस कॉलोनी में किसानों के विरोध के चलते लोग अपने मकान नहीं बना रहे थे। अब जीडीए की सख्ती के बाद इस कॉलोनी में मकान बनाने वाले आवंटियों का विरोध कम हो गया है। इसी के चलते ही अब कॉलोनी में तेजी के साथ मकान बन रहे है। वहीं जीडीए भी आवंटियों को तेजी के साथ कब्जा दे रहा है। जीडीए की कोशिश है कि मधुबन-बापूधाम कॉलोनी में तेजी के साथ आवंटी मकान बनाए। दरअसल मधुबन-बापूधाम कॉलोनी पर लंबे समय से जीडीए ही ध्यान नहीं दे रहा था। यह तब है जबकि इस कॉलोनी को जीडीए करीब 18 वर्ष पहले ही विकसित करने के लिए नोटिफिकेशन कर चुका है। कई जीडीए वीसी ने इस कॉलोनी को फोकस तो किया मगर इससे अधिक ध्यान उनका राजनगर एक्सटेंशन कॉलोनी को स्मार्ट बनाने पर रहा। ऐसे में मधुबन-बापूधाम कॉलोनी विकास की दौड़ में पीछे छूटती चली गई। किसानों की भी अपनी समस्याएं है। इस कॉलोनी की कई एकड़ जमीन के मुआवजे का भी विवाद था। इस विवाद को भी अब सुलटा लिया गया है। बावजूद इसके फिर भी इस कॉलोनी के आवंटियों को काफी किसान काम करने से रोक रहे थे। पिछले लंबे समय से जीडीए और किसानो के बीच इस कॉलोनी को लेकर टकराव चला आ रहा था। जीडीए वीसी आरके ंिसह ने इसको लेकर काफी काम किया। उन्होंने किसानों के काम रोकने की प्रवृति पर पुलिस विभाग को एक्शन लेने के लिए कहा।