ये कैसा ट्रैफिक नियम बनाया गया
अभी हाल ही में प्रदेश सरकार द्वारा यातायात व्यवस्था को और सही करने के उद्देश्य से कई दिशा निर्देश जारी किये गये थे। यातायात निदेशालय द्वारा जारी किये गये आदेश के तहत एक अक्टूबर २०२३ से लेकर १५ अक्टूबर २०२३ तक अभियान चलाकर वाहनों पर जातिसूचक, सम्प्रदाय सूचक, पद सूचक या अन्य आपत्तिजन शब्दो या लाल नीली बत्ती का प्रयोग, काली फिल्मों लगी गाडिय़ों पर कार्रवाई, अवैध टैक्सी स्टैंड, बस स्टैंड, अवैध रिक्शा स्टैंड के खिलाफ कार्रवाई करने का आदेश दिया था। अब इसी आदेश को लेकर हिंदू रक्षा दल के अध्यक्ष पिंकी चौधरी की गाड़ी का चालान इसलिए कर दिया गया कि उनकी गाड़ी पर ‘जय माता दी’ लिखा था। सवाल ये पैदा होता है कि ‘जय माता दी’ लिखने से किसकी भावनाओं को ठेस पहुंची ये कौन सा टै्रफिक नियम है जिसमें ‘जय माता दी’ पर लिखने कार्रवाई हो रही है। हालांकि ये पूरे प्रदेश में अभियान चलाया जा रहा है। आदेश में लिखा है संप्रदायिक सूचक तो क्या ‘जय माता दी’ कहना संप्रादायिक बात है। पिंकी चौधरी ने टै्रफिक पुलिस के साथ जो कुछ किया उसका हम समर्थन नहीं करते लेकिन ‘जय माता दी’ लिखने पर अगर गाडियों का चालान होगा तो फिर जो लोग मां वैष्णों देवी की यात्रा पर जाते हैं और ‘जय माता दी’ के नारे लगाते हैं क्या उनका भी चालान किया जायेगा। टेलीफोन पर बातचीत के दौरान भी माता के भक्त चाहे कोई किसी जाति धर्म का हो उससे भी बातचीत के लिए जब फोन करते है तब भी वो हेलो की जगह ‘जय माता दी’ कहते हैं तो क्या उससे भी भावनाओं को ठेस पहुंचती है। ये किस तरह का नियम है बड़ा सवाल है। अब तक इस तरह का कोई चालान नहीं होता था। नोएडा में भी टै्रफिक पुलिस ने जातिसूचक शब्दों पर चालान किये। लेकिन अगर कोई बातचीत में भी ‘जय माता दी’, ‘जय हुनमान जी’, ‘राम-राम जी’, ‘जय श्री कृष्णा’, ‘राधे-राधे’ बोलता है या वाहन पर लिखता है तो क्या ये अपराध है। ये अपनी-अपनी आस्थाओं का मामला है और आस्थाओं पर कानूनी शिकंजे के बल पर पाबंदी लगाना कहां तक जायज है ये बड़ा सवाल है। इस देश में सभी को अपने हिसाब से पूजा पदï्धति की इजाजत है। अपने धर्म के अनुसार जीने का अधिकार लेकिन इस तरह के चालान करने से या कानूनी शिकंजा कसने से व्यक्ति की आस्था को जरूर ठेस पहुंच सकती है। सरकार को चाहिए कि टै्रफिक व्यवस्था को और मजबूत करने के लिए दूसरे नियम बनाये। कम से कम किसी की आस्था को ठेस ना पहुंचाये। जय हिंद