मसूरी पुलिस और बदमाशों के बीच हुई मुठभेड़ में
घायल छात्रा ने भी उपचार के दौरान दम तोड़ दिया
प्रमुख अपराध संवाददाता
गाजियाबाद (युग करवट)। बीती रात मसूरी थाने के एसएचओ नरेश कुमार शर्मा की टीम नहर की पटरी पर चेकिंग कर रही थी। चेकिंग के दौरान पुलिस ने जब दो बाइक पर सवार होकर आ रहे दो बदमाशों को चेकिंग के लिये रोकने का प्रयास किया तो उन्होंने पुलिस टीम पर फायरिंग करते हुए भागना शुरू कर दिया। इस फायरिंग के दौरान पुलिस व बदमाशों के बीच कई राउंड फायरिंग हुई।
फायरिंग के दौरान जहां बदमाशों के द्वारा चलाई गई एक गोली मसूरी थाने में तैनात एसआई भानूप्रकाश को लग गई वहीं पुलिस के द्वारा की गई जवाबी फायरिंग में एक बदमाश भी घायल हो गया। जबकि उसका साथी फरार हो गया। घायल दरोगा व बदमाश को अस्पताल में भर्ती करवाया गया। जहां उपचार के दौरान बदमाश की मौत हो गई। पुलिस के मुताबिक घायल बदमाश के पास से तमंचा, कारतूस और बाइक के अलावा अन्य सामान बरामद हुआ। यह जानकारी देते हुए डीसीपी रूरल विवेकचंद्र यादव ने बताया कि जो बदमाश एंकाउंटर में मारा गया उसका नाम जितेंद्र उर्फ जीतू पुत्र गंगाराम निवासी मिसलगढ़ी था। उसके ऊपर मसूरी, मुरादनगर व कविनगर सहित कई थानों में लूट, हत्या व गैगस्टर जैसी संगीन धाराओं के एक दर्जन से अधिक मुकदमे दर्ज थे। गत सप्ताह ही शुक्रवार को इस शातिर बदमाश ने अपने साथी बोबिल उर्फ बलवीर निवासी मिसलगढ़ी के साथ मिलकर एनएच-९ पर ऑटो में सवार एबीईएस कॉलेज से बीटैक कर रही पन्नापुरी हापुड़ निवासी छात्रा कीर्ति से मोबाइल लूटा था। श्री यादव ने बताया कि उक्त वारदात के दौरान जहां छात्रा गंभीर रूप से घायल हो गई थी वहीं उपचार के दौरान छात्रा की मौत हो गई थी। श्री यादव ने बताया कि वारदात के अगले दिन ही यानि शनिवार को मसूरी थाना पुलिस ने मुठभेड़ के दौरान बोबिल उर्फ बलवीर पुत्र विक्रम के पैर में गोली मारकर उसे लंगड़ा कर दिया था। श्री यादव ने कहा कि जो भी ऐसी संगीन वारदातों को अंजाम देगा उसका हश्र भी शातिर लुटेरे जितेंद्र उर्फ जीतू व बोबिल उर्फ बलवीर जैसा होगा।